मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाराणा प्रताप की जयंती पर सरकारी अवकाश की घोषणा की है. इस दिन महाराजा छत्रसाल का जन्मदिन भी धूमधाम से मनाया जाएगा. पद्मावत फिल्म पर बैन सबसे पहले मध्य प्रदेश सरकार ने लगाया था.
इस दौरान बैन का समर्थन करने वाले बच्चों पर केस दर्ज हुआ था, उन सभी का केस मध्य प्रदेश सरकार वापस ले लेगी. एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महाराणा प्रताप ने कभी भी स्वतंत्रता से समझौता नहीं किया. वे हमारी शक्ति, सामर्थ्य और प्रेरणा के स्रोत हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप का जन्मदिन लोग 23 मई को धूमधाम से मनाएं, इसीलिए उस दिन सार्वजनिक अवकाश रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि फिल्म पद्मावती पर प्रतिबंध की मांग को लेकर हुए आंदोलनों संबंधी प्रकरण वापस लिए जाएंगे.
सरकार विश्वास रखती है, सबके साथ सबके विकास
मुख्यमंत्री ने आगे कहा राज्य सरकार सबके साथ सबके विकास में विश्वास रखती है. सरकार की ओर से समाज के मान-सम्मान और प्रतिष्ठा को अक्षुण्ण बनाए रखने और उसमें बढ़ोतरी के लिए हर संभव सहयोग दिया जाएगा. आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास बनाने के लिए समाज के साथ मिल कर कार्य-योजना बनाई जाएगी.
MP की सरकार दूसरी बेटी होने पर देगी 6 हजार रुपए
इसके साथ ही मध्य प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना के नए स्वरूप को मंजूरी दी है. इसके तहत दूसरा बच्चा लड़की होने पर माता को 6 हजार रुपए दिए जाएंगे. नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत पहला बच्चा होने पर माता को 5 हजार रुपए दिए जाने का प्रावधान था.
नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि अब कैबिनेट ने फैसला लिया है कि पहला बच्चा होने पर पांच हजार रुपए और दूसरा बच्चा बेटी होने पर सरकार उस परिवार को 6 हजार रुपए देगी.