राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मध्य प्रदेश की ग्वालियर कोर्ट ने अरेस्ट वारंट जारी किया है. ग्वालियर के एमपी-एमएलए (MP-MLA) कोर्ट से स्थाई वारंट जारी किया गया है. यह वारंट आर्म्स एक्ट के मामले में जारी हुआ है. साल 1995 और 97 के फार्म 16 के तहत हथियारों की सप्लाई का आरोप लगा है. पुलिस की जांच के बाद लालू प्रसाद यादव के नाम सामने आया था.
बता दें कि इससे पहले 30 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लालू प्रसाद से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी. एजेंसी ने लालू से रेलवे में कथित लैंड फॉर जॉब स्कैम में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में पूछताछ की थी. लालू पहली बार जांच एजेंसी के सामने पेश हुए थे.
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लालू प्रसाद सुबह करीब 11 बजे अपनी बेटी मीसा भारती के साथ पटना स्थित ईडी के दफ्तर पहुंचे थे. हालांकि, मीसा को अंदर नहीं जाने दिया गया था. इस दौरान ईडी ने लालू से 70 सवाल पूछे. रात करीब 9 बजे लालू यादव ईडी दफ्तर से बाहर निकले. हालांकि, लालू खुद को निर्दोष बताकर पूरे मामले से पल्ला झाड़ते रहे.
मामले के जांच अधिकारी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत लालू का बयान दर्ज कर लिया था. जांच एजेंसी ने लालू से 10 घंटे पूछताछ की और कथित भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े 70 सवाल पूछे थे. सूत्रों के मुताबिक, हर सवाल का जवाब देने में लालू को करीब डेढ़ से दो मिनट लगे थे.