दक्षिण अफ्रीका से मध्य प्रदेश के श्योपुर में कूनो नेशनल पार्क में आज यानी कि शनिवार को 12 चीते आएंगे. इस प्रोजेक्ट से जुड़े दक्षिण अफ्रीका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को इसे सार्वजनिक भलाई का प्रोजेक्ट बताया. दक्षिण अफ्रीका के वानिकी, मत्स्य पालन और पर्यावरण विभाग में जैव विविधता और संरक्षण उप महानिदेशक फ्लोरा ने कहा कि खुशी की बात है कि भारत चीतों की संख्या बढ़ाना चाहता है.
तब हम कुछ चीतों को वापस लेने की बात कह सकते हैं
दोनों देशों के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करने में देरी पर उन्होंने कहा कि बहुत सारी औपचारिकताएं पूरी करनी होती हैं. लेकिन हमें खुशी है कि इसे लागू करने में बहुत ज्यादा समय नहीं लगा है. भारत द्वारा चीतों को दक्षिण अफ्रीका वापस भेजने की संभावना पर कहा, "आने वाले समय में भारत में चीतों की संख्या बढ़ेगी. तब हम भारत से कुछ चीतों को वापस लेने की बात कह सकते हैं."
EXCLUSIVE | VIDEO: Indian Air Force Boeing C-17 Globemaster to take off shortly from South Africa. The aircraft is expected to reach Gwalior on Saturday. The Cheetahs will then be taken to Kuno National Park in helicopters. pic.twitter.com/oRCNVfCZ6P
— Press Trust of India (@PTI_News) February 17, 2023
उधर, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के महानिरीक्षक डॉ. अमित मल्लिक ने समझौता ज्ञापन को ऐतिहासिक करार दिया. उन्होंने कहा कि पिछले साल नामीबिया से आठ चीतों को भारत लाए जाने के बाद से इस प्रोजेक्ट की निगरानी कर रहे हैं. यह बहुत महत्वपूर्ण परियोजना है.
चीतों के लिए 10 क्वारंटीन बाड़े बनाए गए हैं
गौरतलब है कि चीतों का दूसरा जत्था शनिवार सुबह एमपी में ग्वालियर वायु सेना के अड्डे पर पहुंचेगा. इसके बाद उन्हें भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा लगभग 165 किमी दूर श्योपुर जिले के केएनपी (Kuno National Park) पहुंचाया जाएगा. फिर क्वारंटीन बाड़ों में रखा जाएगा. कूनो नेशनल पार्क के निदेशक उत्तम शर्मा ने कहा कि दक्षिण अफ्रीकी चीतों के लिए 10 क्वारंटीन बाड़े बनाए गए हैं. हमने तैयारियां पूरी कर ली हैं.
अंतरराष्ट्रीय मानकों के तहत 1 महीने तक इन चीतों को कूनो नेशनल पार्क में क्वारंटाइन में रहना होगा. भारत और दक्षिण अफ्रीका में हुए MoU के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका से हर साल 10 से 12 चीते अगले 10 सालों तक देश में लाए जाएंगे ताकि इनकी पर्याप्त संख्या यहां रह सके.
नामीबिया से लाए गए थे 8 चीते
बता दें कि इससे पहले बीते साल नामीबिया से 8 चीते कूनो नेशनल पार्क में लाए गए थे. इसमें तीन नर और पांच मादा थे. सभी चीतों को चरणबद्ध तरीके से छोटे बाड़े से बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है, जहां सभी चीते खुद से शिकार कर रहे हैं.
विदेश से लाए गए इन 8 चीतों में से नर चीते और जुड़वां भाई एल्टन-फ्रेडी की तस्वीर बीते दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी. दोनों एक ही कंपार्टमेंट में रहते हैं. नामीबिया से आने के बाद सबसे पहले इन्हीं दो भाइयों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया था. इसके बाद से दोनों अपने बाड़े में मस्त हैं.