महाराष्ट्र में कथा छोड़कर वापस आने के आरोप झेल रहे बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लगातार विवादों में पड़ते दिखाई दे रहे हैं. अब लोगों ने उनसे सवाल जवाब करना शुरू कर दिया है और नौबत तंत्र क्रियाओं को साबित करने के सवालों तक आ चुकी है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के विधायक डॉ. गोविंद सिंह भी शामिल हो गए हैं. डॉ. गोविंद सिंह ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से अपनी तांत्रिक क्रियाओं को प्रमाणित करने की बात कही है.
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि वो पाखंड और ढोंग में नहीं पड़ते हैं. इस देश में 80 से 90 प्रतिशत लोग सनातन धर्म को मानने वाले हैं.
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जब धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के ऊपर महाराष्ट्र में आरोप लगे तो वे अपना बिस्तर बांधकर रात में क्यों भागे. मैं उनसे चाहूंगा कि अगर आपमें सच्चाई है तो आपको प्रामाणिकता के आधार पर भागने का जवाब दें. आपने तांत्रिक जैसी प्रथा को प्रचारित कर रखा है, उसे प्रमाणित करें.
अंधश्रद्धा उन्मूलन समित ने किया था पोल खोल सभा का आयोजन
बता दें कि नागपुर में अंधश्रद्धा उन्मूलन समित ने बुधवार को बागेश्वर महाराज (Bageshwar Maharaj) के खिलाफ पोल खोल सभा का आयोजन किया था. इस दौरान बागेश्वर महाराज के समर्थकों ने भारी हंगामा किया था. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वह सनातन के खिलाफ आवाज उठाने वालों की ठठरी वारने (जलाने) की बात कहते हुए नजर आए थे.
नागपुर में अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति के श्याम मानव का भाषण समाप्त होने के बाद बागेश्वर धाम महाराज के कुछ समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की था. इस दौरान काफी हंगामा खड़ा हो गया था. हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने दोनों पक्ष के लोगों को तितर-बितर किया था.
हाल ही में महाराष्ट्र के नागपुर में एक कथा का आयोजन हुआ था. दावा है कि अंधश्रद्धा उन्मूलन समित की वजह से यह कथा दो दिन पहले ही यानी 11 जनवरी को संपन्न हो गई, जबकि इसकी अंतिम तिथि 13 जनवरी थी. अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर जादू-टोने और अंधश्रद्धा फ़ैलाने का आरोप लगाया था.
समिति के श्याम मानव ने कहा था कि ''दिव्य दरबार' और 'प्रेत दरबार' की आड़ में जादू-टोना को बढ़ावा दिया जा रहा है. देव-धर्म के नाम पर आम लोगों को लूटने, धोखाधड़ी और शोषण भी किया जा रहा है.'' समिति ने पुलिस से महाराज पर कार्रवाई करने की मांग भी की थी.