मध्य प्रदेश के बैतूल में एक व्यापारी के साथ ऑनलाइन ठगी हुई. इसमें पुलिस ने गुजरात और राजस्थान से तीन ठगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में एक जीजा साले की जोड़ी भी शामिल है . ठगों ने गुजरात से पीओपी जिप्सम बोर्ड बेचने के नाम पर 4 लाख 78000 की ठगी की थी.
बैतूल कोतवाली थाना क्षेत्र के इटारसी रोड पर स्थित हार्डवेयर और जिप्सम बोर्ड की दुकान के संचालक दुर्गेश साहू के साथ ऑनलाइन ठगी हुई थी . इस मामले में गुजरात के जीजा साले और उनके साथी ने व्यापारी से चार लाख 78000 की ठगी की थी.
घटना को लेकर बताया जा रहा है कि दुर्गेश साहू की हार्डवेयर और जिप्सम बोर्ड की दुकान है . 2024 में दुर्गेश को एक फोन आया. सामने वाले ने बताया कि वह पीओपी जिप्सम बोर्ड के थोक डीलर है और सस्ते दामों में बोर्ड दे देगा. ठगों ने ये भी बोला कि उनकी फैक्ट्री है. दुर्गेश को सस्ते दामों में बोर्ड के लिए लालच आ गया और वे ठगों के जाल में फंस गए. दोनों पक्षों के बीच 15 दिन तक बात चली और इसके बाद रेट का सौदा हुआ .
ठगों ने व्हाट्सएप पर बोर्ड के सैंपल और जानकारी भेजी. इसके बाद जब रेट का सौदा हो गया तो तीन अकाउंट नंबर दिए गए. दुर्गेश ने चार दिन में किस्तों में 4 लाख 78000 उनके खाते में डाल दिए. ठगों ने नकली बिल भेजकर कहा कि आपका माल भेजा जा रहा है, गाड़ी लग गई है. 2 दिन बात होने के बाद ठगों ने अपने मोबाइल बंद कर लिए.
ऐसे में दुर्गेश की शिकायत पर पुलिस ने इन ठगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और जांच शुरू की. पुलिस ने राजस्थान से विनोद प्रजापति और जावरा राम बाचना को गिरफ्तार किया, वहीं गुजरात से प्रवीण प्रजापति को गिरफ्तार किया. विनोद और प्रवीण आपस में साले- जीजा हैं.
कोतवाली टीआई रविकांत डेहरिया का कहना है कि व्यापारी दुर्गेश साहू की हार्डवेयर और फॉल सीलिंग की दुकान है. 2024 में कोसमी एजेंसी के नाम से गुजरात से फोन आया था कि हमारे पास जिप्सम के बोर्ड हैं जो सस्ते दामों में दिए जाएंगे. व्हाट्सएप पर बोर्ड की फोटो और जानकारी भेजी गई थी. ठगों ने तीन खातों का डिटेल भेजा था जिन में चार लाख 78000 की राशि जमा कराई गई थी. इसके बाद ठगों ने मोबाइल बंद कर लिए जिस पर पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था और तीनों आरोपियों को गुजरात और राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है.