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MP में आदिवासी युवक की पिटाई: आरोपी की जगह दूसरे शख्स को गिरफ्तार करने का आरोप, पीड़ित ने कोर्ट में लगाया एफिडेविट

MP News: बैतूल में शनिवार की रात आदिवासी युवक राज उइके के साथ मारपीट की गई थी. घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था. इस मामले में पुलिस ने तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इनमें दो आरोपी चंचल सिंह राजपूत और चंदन सरदार को गिरफ्तार कर सोमवार को विशेष न्यायालय में पेश किया गया, जहां दोनों को जमानत पर रिहा किया गया है.

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आदिवासी की पिटाई मामले में दोनों आरोपियों को कोर्ट से मिली जमानत.
आदिवासी की पिटाई मामले में दोनों आरोपियों को कोर्ट से मिली जमानत.

मध्य प्रदेश के बैतूल में आदिवासी युवक की पिटाई के मामले में नया मोड़ सामने आया है. पीड़ित ने कोर्ट में एफिडेविट लगाया है. आरोप है कि एक आरोपी की गिरफ्तारी गलत हुई है. जिस व्यक्ति का एफआईआर में नाम लिखाया था, उसकी जगह पुलिस ने किसी दूसरे को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर विशेष न्यायालय में पेश किया गया, जहां से दोनों को जमानत मिल गई है .

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दरअसल, बैतूल में शनिवार की रात आदिवासी युवक राज उइके के साथ मारपीट की गई थी. घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था. इस मामले में पुलिस ने तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इनमें दो आरोपी चंचल सिंह राजपूत और चंदन सरदार को गिरफ्तार कर सोमवार को विशेष न्यायालय में पेश किया गया, जहां दोनों को जमानत पर रिहा किया गया है.

इस मामले में नया मोड़ आ गया है. आरोपी चंदन सरदार के वकील कलश दीक्षित ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने चंदन सिंह बग्गा को गिरफ्तार किया है. जबकि वे घटना में शामिल नहीं थे. जब घटना घटी थी, तब वह अपने घर पर परिवार के साथ थे. 

चंदन सिंह बग्गा ने मीडिया के सामने रखा अपना पक्ष.

कलश दीक्षित का कहना है कि पीड़ित राज उइके ने न्यायालय में एफिडेविट लगाया है. जिसमें लिखा है कि पुलिस में चंदन सरदार के नाम से रिपोर्ट दर्ज कराई थी. लेकिन जिसे गिरफ्तार किया गया है, वह उक्त चंदन नहीं है. इस एफिडेविट ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

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आरोपी बोला, जबरदस्ती साइन करा लिए

जमानत पर रिहा हुए आरोपी चंदन सिंह बग्गा का कहना है कि कोतवाली स्टाफ आया था बुलाने और मेरे से जबरदस्ती साइन करा लिए, मेरा इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. फरियादी ने भी बोला है कि मेरा इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है, फिर भी पुलिस ने मेरे ऊपर झूठा मामला बनाकर मुझे गिरफ्तार किया है. फरियादी मेरे बेटे का दोस्त है. मैं ढाबा संचालक हूं.

वकील का बयान 

चंदन सिंह के वकील कलश दीक्षित का कहना है कि फरियादी न्यायालय में उपस्थित हुआ था और उसने शपथ पत्र दिया कि जो व्यक्ति न्यायालय में उपस्थित है, वह वो व्यक्ति नहीं है. पुलिस ने फरियादी से शिनाख्त भी नहीं करवाई. मेरे अभियुक्त का घटना से कोई लेना देना नहीं है. घटना के समय वे अपने परिवार के साथ घर पर थे. 

एसपी ने गिरफ्तारी को सही बताया 

पुलिस पर लगे आरोपों को लेकर बैतूल एसपी सिद्धार्थ चौधरी का कहना है कि नामजद एफआईआर दर्ज हुई थी. चंदन सरदार और एक अन्य आरोपी चंचल सिंह राजपूत गिरफ्तारी हुई और दोनों को न्यायालय में पेश किया गया. दोनों की जमानत भी हो गई है. पुलिस की विवेचना अभी जारी है. साक्ष्य के साथ पुलिस विवेचना करेगी. उसके बाद ही हम कुछ कह पाएंगे.

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रविवार की शाम जिस मामले ने तूल पकड़ा था, सोमवार की शाम तक उस मामले ने नया मोड़ ले लिया है. पुलिस की कार्रवाई पर आरोप लग गए. वहीं, पीड़ित ने न्यायालय में पेश होकर एफिडेविट प्रस्तुत कर दिया. हालांकि, पीड़ित युवक राज उइके मीडिया के सामने नहीं आया. अब देखना यह है कि आरोपी चंदन सरदार घटना में शामिल था या नहीं? यह जांच के बाद सामने आएगा.

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