कुंभ में वायरल हुईं हर्षा रिछारिया (harsha richhariya) की शादी की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. हर्षा के माता-पिता ने बताया कि उन्होंने बेटी के लिए दो लड़कों को देखा है और जल्द ही उसकी शादी तय की जाएगी. पिता दिनेश रिछारिया और मां किरण रिछारिया ने यह भी कहा कि हर्षा साध्वी नहीं बनी हैं, बल्कि धर्म और अध्यात्म के प्रति उनका झुकाव है. दोनों ने अपनी बेटी की पसंद का सम्मान करते हुए उसे ट्रोल न करने की अपील भी की है.
हर्षा के पिता दिनेश रिछारिया ने कहा कि बेटी की शादी को लेकर परिवार गंभीर है और इसके लिए दो लड़कों को देखा भी गया है. एक लड़का देहरादून में और दूसरा लड़का नासिक में देखा है. उन्होंने कहा कि जल्द ही रिश्ते को फाइनल कर लिया जाएगा.
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दिनेश ने कहा कि जहां रिश्ता फाइनल होगा, हम बेटी की शादी कर देंगे. हमारे परिवार ने बहुत संघर्ष किया है. मैं चाहता हूं कि मेरी बेटी खुश रहे. उन्होंने बताया कि हर्षा ने बीबीए किया है और पढ़ाई में हमेशा अच्छी रही है. पांचवीं तक की पढ़ाई झांसी में हुई, इसके बाद भोपाल आई थी. उसने भोपाल से एंकरिंग का कोर्स भी किया है. आज वो जिस मुकाम पर है, मैं उससे बहुत खुश हूं.
हर्षा की मां किरण रिछारिया का कहना है कि वो घर से बुटीक चलाती हैं और हर्षा के कपड़े भी खुद डिजाइन करती हैं. उन्होंने बताया कि जब मैंने पहली बार हर्षा को साध्वी की ड्रेस में देखा तो मैं रो पड़ी थी, लेकिन उसने समझाया कि उसने साध्वी का जीवन नहीं अपनाया है.
अध्यात्म और समाजसेवा की ओर झुकाव
पिता दिनेश रिछारिया ने बताया कि हर्षा ने कुछ साल पहले केदारनाथ यात्रा की थी. इसी के बाद से अध्यात्म की ओर झुकाव होने लगा. उन्होंने कहा कि हर्षा ने कहा था कि वो समाजसेवा करना चाहती है. उसने अपना एक एनजीओ भी बनाया है.
दिनेश रिछारिया ने कहा कि जो लोग हर्षा को साध्वी कहकर ट्रोल कर रहे हैं, उनसे मेरी अपील है कि वो ऐसा न करें. हर्षा ने संन्यास नहीं लिया है. वो एक सामान्य लड़की है, जो धर्म-कर्म में रुचि रखती है और ईश्वर भक्ति में लीन है.
हर्षा की मां ने कहा कि जब दूसरों की बेटियों को दुल्हन के जोड़े पहनाते हैं, तो अपनी बेटी को क्यों नहीं पहनाएंगे? उन्होंने कहा कि हर्षा ने अब तक किसी लड़के को पसंद करने की बात नहीं कही है. हर्षा का परिवार उनकी शादी के लिए तैयारियों में जुट गया है.