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भोपाल: साइबर क्राइम पुलिस के हत्थे चढ़े 2 शातिर, खुद को मुख्यमंत्री का OSD बताकर करते थे ठगी

भोपाल साइबर क्राइम पुलिस ने दो शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि वो खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर सरकारी कर्मचारियों को डरा धमका कर से पैसे ऐंठते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से 2 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं.

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साइबर क्राइम पुलिस के हत्थे चढ़े दो शातिर. (सांकेतिक फोटो)
साइबर क्राइम पुलिस के हत्थे चढ़े दो शातिर. (सांकेतिक फोटो)

मध्य प्रदेश साइबर क्राइम पुलिस ने खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर सरकारी कर्मचारियों ब्लैकमेल और ठगी करने वाले दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी कर्मचारियों से ट्रांसफर रुकवाने के नाम पर पैसे ऐंठते थे.

पुलिस ने शातिर जालसाजों को पकड़े जाने की जानकारी देते हुए बताया कि एक कर्मचारी की शिकायत के बाद पुलिस टीम ने दो शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है. ये दोनों लोगों से उनका ट्रांसफर रुकवाने के नाम पर पैसा वसूलते थे. वो खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर ठगी करते थे.

पुलिस ने आगे बताया कि आरोपियों के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अपने खुफिया तंत्र से आरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर उन्हें निवाड़ी के पृथ्वीपुर से गिरफ्तार कर लिया.

इस बारे में जानकारी देते हुए एसीपी साइबर सुजीत तिवारी ने बताया कि दोनों शातिर जालसाजों ने बीते दिनों एक सरकारी कर्मचारी का अपना शिकार बनाया था. जांच में ये भी पता चला है कि दोनों आरोपी अब तक छह कर्मचारियों को डरा धमकाकर 20 लाख रुपये ऐंठ चुके हैं.

पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी की पहचान सौरभ के रूप में हुई है जो खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताता था. वहीं, एक अन्य आरोपी हरबल ठगी के पैसों को मनी ट्रांसफर वालों के खातों में डलवाने का काम करता था. दोनों के पास से 2 मोबाइल फोन और दो सिम कार्ड बरामद किए हैं.

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