मध्य प्रदेश के खरगोन में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. छोटे भाई ने मानसिक रोगी बड़ी बहन के गले पर पैर रखकर जान ले ली. आरोपी भाई ने कहा मानसिक रोगी बहन का इलाज करा-कराकर थक गया था. हत्या के बाद बहन का शव सीमेंट के खंभे सहित तारों से बांधकर कुएं में फेंका कर दिया था. आरोपी ने पहले सोचा गले में रस्सी बांधकर जंगल में पेड़ पर लटका दे लेकिन कुएं में फेंका. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
जिला मुख्यालय से करीब 80 किमी दूर बलवाड़ा थाना इलाके का यह मामला है. चैनपुरा गांव के कुएं में संदिग्ध अवस्था में 48 वर्षीय महिला का शव मिलने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ. जिस भाई ने बहन की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, वही छोटा भाई अपनी मानसिक रोगी बड़ी बहन की हत्या का जिम्मेदार निकला.
आरोपी भाई ने बहन की मानसिक बीमारी का इलाज करते करते आर्थिक स्थिति खराब होने और हार मानने के कारण गुस्से में बहन की गर्दन पर ही पर रख दिया. 48 वर्षीय जहांबाई का 12 साल पहले तलाक होने के चलते वह अपने छोटे भाई दादू लाल पिता भोगिया के साथ में रह रही थी.
पुलिस के अनुसार, चार दिन पहले जहांबाई का शव मिला था. हाथ-पैर बंधे हुए थे और तार से पीठ पर सीमेंट का खंभा बांध महिला को कुएं में फेंका गया था. महिला के हाथ पैर और गले में रस्सी बंधी होने के चलते पुलिस ने हत्या के मामले की आशंका के चलते जांच शुरू की थी.
गुस्से में बहन की गर्दन पर पैर रख खड़ा रहा कातिल भाई
आरोपी भाई दादूलाल ने पुलिस को बताया, 2 मई को काका की लड़की का विवाह था. पूरा परिवार गांव गया हुआ था. रात करीब 9 बजे शराब पीकर मैं घर के आंगन में खटिया डालकर सो रहा था. इस दौरान बड़ी बहन आई और विवाद करने लगी. उसे जमीन पर पटककर गर्दन पर पैर रख दिया और खड़ा हो गया, तभी लगा बहन की मौत ना हो जाए इसलिए पैर हटाया और पानी पिलाया. लेकिन उसने पानी नहीं पिया. उसकी मौत हो चुकी थी.
बहन की मौत के बाद आत्महत्या बताने की थी योजना
आरोपी भाई ने बताया जब बहन की मौत हो गई तो मैं घबरा गया. घरवालों से बचने के लिए बहन के गले में रस्सी बांधकर और तार लेकर जंगल में लटकाने गया ताकि लोगों को लगे उसने आत्महत्या कर ली है. फिर दादू ने सोचा कि घर से आधा किलोमीटर दूर जंगल में प्लांटेशन के लिए बने कुएं में फेंक देता हूं. शव को कंधे पर उठाकर कुएं की ओर ले गया. वजन लगने के कारण दो-तीन बार जमीन पर रखा.
पुलिस को बताई थी घर से बार-बार चले जाने की कहानी
मृतका जहांबाई के आरोपी भाई ने कुएं से शव मिलने के दौरान पुलिस को बताया था कि बहन मानसिक रूप से विक्षिप्त थी और बगैर बताए कहीं भी चली जाती थी. एक-दो दिन में फिर वापस आ जाती थी इसलिए गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी. आरोपी भाई ने अपनी बड़ी बहन की निर्मम हत्या के बाद हत्या को छुपाने के लिए तरह-तरह के प्रयास किए. शव को सीमेंट के पोल सहित तार फेंसिंग के तार से बांधकर कुएं में फेंक दिया था ताकि किसी को पता ना चले.
इनका कहना
एसपी धर्मराजसिंह मीणा का कहना है कि कुछ दिनों पहले ही बलवाड़ा थाना क्षेत्र के चैनपुरा गांव के जंगल में एक कुएं में महिला का शव मिला था. एफएसएल की टीम फॉरेंसिक की टीम स्थानीय ग्रामीणों की मदद से महिला का शव निकाला गया तो पता चला करीब 4-5 दिन पुराना शव है. महिला का शव सीमेंट के पोल के साथ तार और रस्सी से बंधा हुआ था. पहचान की गई तो गेंदाबाई उर्फ जहांबाई के रूप में हुई थी. महिला 48 वर्ष की थी और मानसिक रूप से विक्षिप्त थी. अपने छोटे भाई दादू लाल के पास में चैनपुरा गांव में ही रह रही थी. जब इस मामले की जांच की गई तो पता चला महिला के छोटे भाई दादू लाल ने ही महिला की हत्या की है. मारने की वजह यह थी कि महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ थी, इस वजह से घर में अक्सर विवाद होता था. घटना के दिन भी आरोपी का मृतक महिला से विवाद हुआ था. इस वजह से उसने बहन को मार दिया और घर से 600 कम की दूरी पर तारों और सीमेंट के पाल सहित बांधकर कुएं में फेंक दिया था.। इस संबंध में किसी को जानकारी नहीं थी. ना ही आरोपी ने पुलिस को कोई जानकारी दी थी. बलवाड़ा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.