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ट्रेन में यूनिवर्सिटी VC को आया हार्ट अटैक, स्टेशन के बाहर से जज की कार छीन अस्पताल ले गए छात्र, डकैती का केस दर्ज

यूनिवर्सिटी के छात्रों ने प्लेटफॉर्म नंबर-1 के बाहर हाईकोर्ट जस्टिस संजीव एस. कालगांवकर की गाड़ी लेकर खड़े ड्राइवर से वीसी को अस्पताल ले जाने की गुहार लगाई. लेकिन जब ड्राइवर इसके लिए तैयार नहीं हुआ तो छात्रों कार की चाबी छीन ली. 

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थाने के बाहर प्रदर्शन करते छात्र.
थाने के बाहर प्रदर्शन करते छात्र.

MP News: पीके यूनिवर्सिटी के कुलपति (Vice Chancellor) की जान बचाने के चक्कर में छात्रों पर डकैती की एफआईआर दर्ज हो गई. छात्रों का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने अपने वीसी की जान बचाने के लिए रेलवे स्टेशन के बाहर खड़ी हुई एक जज की गाड़ी को जबरन छीन लिया था और वीसी को अस्पताल लेकर गए थे. लेकिन वीसी की जान नहीं बच सकी, बल्कि छात्रों पर एफआईआर दर्ज हो गई. जिन छात्रों पर एफआईआर दर्ज हुई वह एबीवीपी के कार्यकर्ता बताए गए हैं. यही वजह रही की सोमवार की रात भर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने पड़ाव थाने में धरना प्रदर्शन किया. 

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दरअसल, इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत दिल्ली से ग्वालियर आने वाली दक्षिण एक्सप्रेस में हुई. रविवार की रात को दिल्ली से चलकर ग्वालियर आ रही दक्षिण एक्सप्रेस में शिवपुरी की पीके यूनिवर्सिटी के वीसी (वाइस चांसलर) रणजीत सिंह यादव (68) अपने कुछ छात्रों के साथ सफर कर रहे थे. जब ट्रेन आगरा पहुंची तो अचानक वीसी के सीने में दर्द होने लगा और उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. मुरैना आते-आते रणजीत सिंह यादव की तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई. यह देख उनके साथ मौजूद छात्र परेशान हो उठे. छात्रों ने रेलवे की हेल्पलाइन पर मदद मांगी. 

जज के ड्राइवर से अस्पताल तक जाने की गुहार लगाई 

जैसे ही ग्वालियर रेलवे स्टेशन आया तो वीसी की हालत को देखकर छात्र ट्रेन से उतर प्लेटफार्म नंबर एक की तरफ पहुंचे. यहां जब छात्रों को अस्पताल तक पहुंचने के लिए कोई मदद नहीं मिली, तो उन्होंने प्लेटफॉर्म नंबर-1 के बाहर हाईकोर्ट जस्टिस संजीव एस. कालगांवकर की गाड़ी लेकर खड़े ड्राइवर से तड़पते वीसी को अस्पताल ले जाने की गुहार लगाई. लेकिन जब ड्राइवर इसके लिए तैयार नहीं हुआ तो छात्रों ने ड्राइवर से चाबी छीन ली. 

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अस्पताल के पास खड़ी मिल गई गाड़ी  

इसके बाद छात्र वीसी को लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद वीसी रणजीत सिंह यादव को मृत घोषित कर दिया. इधर, जैसी ही जज की गाड़ी लूटने की जानकारी पुलिस को मिली तो पुलिस हरकत में आ गई. शहर की नाकाबंदी कर दी गई, हालांकि, जल्द ही पुलिस को जज की गाड़ी जयारोग्य अस्पताल के पास खड़ी मिल गई. 

इसके बाद जीआरपी के आरक्षक राकेश सेंगर की शिकायत पर छात्रों के खिलाफ पड़ाव थाने में डकैती की धारा में एफआईआर दर्ज कर ली गई.

ABVP कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

बताया जा रहा है कि जिन छात्रों ने वीसी को अस्पताल पहुंचाने का काम किया था वह ABVP के कार्यकर्ता थे. ऐसे में जब ग्वालियर के ABVP के कार्यकर्ताओं को मालूम हुआ कि वीसी की जान बचाने के चक्कर में एबीवीपी के उनके सहयोगी कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज हो गई है तो सोमवार की रात को बड़ी संख्या में एबीवीपी के कार्यकर्ता पड़ाव थाने पहुंच गए. यहां एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया.  देखें Video:-



प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना था कि किसी की जान बचाने की कोशिश के बदले अगर एफआईआर दर्ज की गई है तो यह गलत है, इसलिए एफआईआर को वापस लिया जाए. कुल मिलाकर वाइस चांसलर की जान बचाने के चक्कर में छात्रों ने हाई कोर्ट के जस्टिस की कार छीन ली. लेकिन वाइस चांसलर की जान नहीं बन सकी और छात्रों पर एफआईआर भी दर्ज हो गई.

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