मध्य प्रदेश के छतरपुर नगरपालिका में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ शुक्रवार को अनोखा प्रदर्शन देखने को मिला. इसमें भ्रष्टाचार की पोल खोलने के लिए एक शख्स गधे पर बैठकर ढोल-नगाड़े के साथ उस जगह पहुंच गया, जहां नगरपालिका विकास यात्रा निकाल रही थी. उसी पंडाल के बाहर वो गधे पर बैठकर भ्रष्टाचार की पोल खोलने लगा. इस दौरान उसने खुद को गधा कहते हुए पालिका के अधिकारियों पर तंज कसे. यात्रा में बाधा उत्पन्न होने की वजह से उसको हटाने का प्रयास किया लेकिन वो नहीं माना.
गधे पर बैठकर किया अनोखा प्रदर्शन
गौरतलब है कि मंजू अग्रवाल जिले के भ्रष्ट अधिकारियों की पोल खोलने का दावा करते हैं. दो दिन पहले नगरपालिका ने उन्हें मकान निर्माण के मामले में नोटिस जारी किया था. इस नोटिस को लेकर मंजू उग्र हो गए और आज गधे पर बैठकर अनोखा प्रदर्शन किया.
'मैं गधा हूं, इसीलिए ये फैसला लिया'
मंजू का दावा है इसी गधे पर वो नगरपालिका के भ्रष्ट अधिकारियों को बैठाकर घुमाएंगे. उन्होंने कहा, "मैं गधा हूं, क्योंकि प्रशासन द्वारा आम लोगों को कीड़ा-मकौड़ा, गुलाम और गधे की नजर से देखा जाता है. इसलिए मैं पालिका अध्यक्ष से कहना चाहता हूं कि मैं गधा हूं. इसीलिए मैंने गधे पर बैठकर प्रदर्शन करने का फैसला लिया. उम्मीद है शायद इसे देखकर प्रशासन की आंखें खुलेंगी."
कुछ भी कहने से बचती नजर आईं पालिका अध्यक्ष
उधर, नगरपालिका की विकास यात्रा के सामने मंजू अग्रवाल द्वारा गधे बैठकर प्रदर्शन करने के मामले में सवाल करने पर पालिका अध्यक्ष ज्योति चौरसिया इधर-उधर बगलें झांकने लगीं और कुछ भी कहने से बचती नजर आईं. इस प्रदर्शन को लेकर कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है.