अब लाड़ली बहना योजना का क्या होगा? शिवराज सिंह चौहान के सीएम नहीं रहने के बाद से सभी के मन में ये सवाल था. इस पर एमपी के वर्तमान मुख्यमंत्री ने बड़ा बयान दिया है. गुरुवार को विधानसभा में सीएम मोहन यादव ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना समेत सरकार की कोई भी पुरानी योजना बंद नहीं की जाएगी.
बता दें कि गुरुवार को विधानसभा सत्र का आखिरी दिन था. राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री मोहन यादव को जवाब देना था. सीएम से पहले नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की बारी थी. उन्होंने पूछा था कि राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में लाड़ली बहना योजना का जिक्र नहीं किया. इससे इस योजना के जारी रहने पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सरकार इसपर स्थिति स्पष्ट करे.
'सरकार की कोई भी योजना बंद नहीं होगी'
इसके बाद जब मुख्यमंत्री मोहन यादव की बारी आई तो उन्होंने कहा कि लोग पूछ रहे है ये योजना बंद हो जाएगी, वो योजना बंद हो जाएगी. मैं साफ कर देता हूं कि लाड़ली लक्ष्मी योजना समेत सरकार की कोई भी योजना बंद नहीं होगी. सरकार के पास सभी योजनाओं के लिए पर्याप्त धनराशि है.
'पटवारी के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं'
मोहन यादव का बतौर सीएम सदन में पहला संबोधन था. इसमें उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री के बाद अब नागरिकों को पटवारी के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है. अव्यवस्था को हमने खत्म किया है. 1 जनवरी से नई व्यवस्था की गई है. दुनिया की 7 पवित्रतम नगरी में से एक नगरी अवंतिका है. हमारा सौभाग्य है कि ऐसी नगरी के हम निवासी हैं.
'वहां से आता हूं, जिसका कभी अंत नहीं हुआ'
सीएम ने कहा, मैं वहां से आता हूं, जिसका कभी अंत नहीं हुआ. ऐसी अवंतिका नगरी के मजदूर परिवार के बालक को भारतीय जनता पार्टी ने मौका दिया है. भारतीय जनता पार्टी ने एक गरीब परिवार के बच्चे को मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचाया. मैं अपने राष्ट्रीय नेतृत्व एवं वरिष्ठ नेताओं का आभार मानता हूं.
'उस परिवार के लोग गरीबों की क्या बात करेंगे'
मोहन यादव ने कहा, हमारे लोकतंत्र की ये खूबसूरती है. न केवल मैं बल्कि वर्तमान लोकतंत्र गौरवान्वित होगा, जिसमें एक चाय बेचने को देश का प्रधानमंत्री बनाते हैं. एक मील मजदूर परिवार के बेटे को मुख्यमंत्री बनाते हैं. कांग्रेस के पास इसका अभाव है. एक धनी परिवार वो भी जिसके कपड़े भी प्रेस करने के लिए लंदन जाते हों, उस परिवार के लोग गरीबों की क्या बात करेंगे, क्या समझेंगे?