मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि भारतीय नागरिक विश्व के किसी भी देश में बसते हों, भारतीय संस्कृति से अवश्य जुड़े रहते हैं. हमारे राष्ट्र की यही पहचान है. विश्व के अलग-अलग देशों में रहने वाले भारतीय वहां के समाज में भी समरस हो जाते हैं. प्रत्येक समाज के साथ आत्मीयता स्थापित करने और अपनी जड़ों से जुड़े रहने की विशेषता भारतीय नागरिकों की पहचान है.
CM यादव राजधानी भोपाल के एक होटल में ग्लोबल ब्रिलिएन्स फोरम लंदन की तरफ से आयोजित एनआरआई समिट को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में नालंदा, तक्षशिला और विक्रमशिला जैसे अध्ययन केंद्र थे, जहां श्रेष्ठ जीवन पद्धति सिखाई जाती थी. विश्व के कई देशों से इन शिक्षा केंद्रों तक शिक्षा ग्रहण करने के लिए नागरिक पहुंचते थे.
मुख्यमंत्री ने विभिन्न देशों के अप्रवासी भारतीयों से भेंट के दौरान भोपाल और मध्यप्रदेश के विशिष्ट स्थानों के संबंध में चर्चा की और उनसे पुन: मध्यप्रदेश आने का अनुरोध किया. सीएम यादव ने यूके सहित अन्य देशों से आए अप्रवासी भारतीयों द्वारा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रतिभागी के रूप में आने के लिए आभार व्यक्त किया.
इस अवसर पर जेरार्डस क्रॉस टाउन (बकिंघमशायर, इंग्लैंड) की महापौर प्रेरणा भारद्वाज, आदित्य प्रताप सिंह (इंचार्ज ग्लोबल ब्रिलियन्स फोरम, यूके), जितेन्द्र वैद्य (यूएई), संजय नागरकर (प्रेसीडेंट इन्डिया कनेक्ट, हांगकांग) विनायक गिरगुने, जसपाल सिंह और दिवाकर शुक्ला ने मुख्यमंत्री यादव का स्वागत किया.