मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान दंगा प्रभावित खरगोन की बेटी लक्ष्मी मुछाल के विवाह में वर्चुअली शामिल हुए. वहीं, शिवराज कैबिनेट के मंत्री कमल पटेल खुद सरकार की ओर से इस शादी में मामेरा लेकर पहुंचे. 10 अप्रैल को रामनवमी जुलूस के दौरान भड़के दंगे के दौरान दंगाइयों ने लक्ष्मी के घर से उसकी शादी का समान लूट लिया था.
जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने लक्ष्मी को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की ओर से लक्ष्मी को विवाह में एक्टिवा 6जी, वॉशिंग मशीन सहित मामेरा (मामा की तरफ से घरेलू उपयोग के लिए दिया जाने वाला सामान) सौंपा. मुख्यमंत्री शिवराज भी सपत्नीक राजधानी भोपाल से वर्चुअल रूप से इस विवाह में जुड़े और वर-वधु को अपना आशीर्वाद दिया.
दरअसल, 10 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसा के दौरान दंगाइयों ने संजय नगर निवासी दुल्हन लक्ष्मी मुछाल के शादी वाले घर को भी नहीं छोड़ा था. उपद्रवियों ने शादी और दहेज के पूरा सामान लूट लिया था. लक्ष्मी मुछाल के विवाह की रस्में 11 और 14 अप्रैल को होने वाली थीं. पता हो कि पथराव और आगजनी की भयानक हिंसा के चलते खरगोन 25 दिन तक कर्फ्यू के साए में रहा.
CM ने मामा और मंत्री ने बताया था भाई
दंगे के बाद हालत का जायजा लेने पहुंचे मंत्री कमल पटेल को जब लक्ष्मी ने अपनी पीड़ा सुनाई, तो उन्होंने अपने को बड़ा भाई और मुख्यमंत्री शिवराज ने लक्ष्मी का मामा बताया था. इसी के चलते शुक्रवार को मंत्री कमल पटेल मामेरा लेकर खरगोन पहुंचे थे.
इस शादी में सीएम शिवराज सिंह चौहान भी पहुंचने वाले थे, लेकिन गुरुवार की रात अचानक उनका कार्यक्रम निरस्त हो गया. हालांकि, सीएम शिवराज ने भोपाल से ही धर्मपत्नी साधना के संग वुर्चअली जुड़कर अपनी भांजी दुल्हन लक्ष्मी और दामाद दूल्हा दीपक संघवी को शादी की बधाई दी.
मामा की दुआएं लेती जा...
मुख्यमंत्री ने वधु लक्ष्मी से ऑनलाइन बातचीत की और कहा, मामा की दुआएं लेती जा... जा तुझको सुखी संसार मिले .. मैं खरगोन जल्दी आऊंगा. उन्होंने गुजरात से आए समस्त बारातियों का स्वागत भी किया.
लक्ष्मी के नहीं हैं माता-पिता
मुख्यमंत्री से बातचीत के समय वर-वधु सहित वधु के मायके के परिजन भावुक थे. लक्ष्मी के माता-पिता नहीं हैं. परिवार में लक्ष्मी के बड़े भाई सतीश और भाभी सपना के अलावा उनके दो बच्चे और छोटा भाई लक्की शामिल है. पूरे परिवार के पालन-पोषण का दायित्व सतीश मुछाल ही करते हैं. बीते 10 अप्रैल को हुए दंगों में लक्ष्मी मुछाल के मकान में उपद्रवियों ने सामान भी लूट लिया था. राज्य सरकार की संवदेनशीलता और सहयोग को देखकर बारात में उपस्थित लक्ष्मी के परिजन भावपूर्ण शब्दों में मुख्यमंत्री चौहान को धन्यवाद दे रहे थे.
लक्ष्मी का भाई बोला- मैं टूट गया था
लक्ष्मी के भाई सतीश ने सीएम शिवराज से कहा कि मैं दंगे की घटना के समय टूट गया था. जन-प्रतिनिधियों ने पूरे सहयोग का आश्वासन दिया था. विवाह में हो रहे व्यय की चिंता थी. आज मैं मुख्यमंत्री से बातचीत कर बहुत खुश हूं, जिन्होंने हमारी मदद की.
सहायता राशि बढ़ाने का ऐलान
इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दंगा पीड़ितों और अधिक राशि देने की घोषणा भी की. खरगोन के दंगा प्रभावितों को पहले 1 करोड़ 31 लाख 32 हजार 855 रुपए की सहायता राशि दी जा चुकी है. CM ने ऐलान किया कि प्रभावितों को दी गई इस सहायता राशि में अतिरिक्त रूप से 70 लाख 95 हजार रुपए और जोड़े जाएंगे.
मंत्री, सांसद और आला अफसर शादी में आए
इस शादी में स्टेज पर सांसद गजेंद्र पटेल, विधायक सचिन बिरला, कमिश्नर इंदौर डॉ. पवन शर्मा, विधायक सचिन बिरला, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंद्र राठौर सहित नवागत कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी धर्मवीरसिंह भी मौजूद रहे.