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सूरत के बाद इंदौर में भी 'खेला', कांग्रेस कैंडिडेट अक्षय कांति बम ने नामांकन वापस लिया, BJP में शामिल

Lok Sabha Election 2024: गुजरात की तरह मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस को एक और झटका लगा है. इंदौर लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है.

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कैलाश विजयवर्गीय ने शेयर की सेल्फी. (बीच की सीट पर चश्मे में अक्षय बम)
कैलाश विजयवर्गीय ने शेयर की सेल्फी. (बीच की सीट पर चश्मे में अक्षय बम)

गुजरात की तरह मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस को एक और झटका लगा है. इंदौर लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. यही नहीं, कांग्रेस छोड़कर अक्षय बम ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इसका दावा किया है. 

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कैलाश विजयवर्गीय ने अक्षय बम के साथ सेल्फी शेयर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम का माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है.   

बता दें कि इंदौर लोकसभा सीट पर चुनाव के लिए 25 अप्रैल तक नामांकन भरे गए थे. नाम वापसी के लिए 29 अप्रैल दिन आखिरी दिन था. इससे पहले कांग्रेस को कुछ खबर लग पाती तब तक कैलाश विजयवर्गीय ने इस 'ऑपरेशन' को अंजाम दे दिया. इंदौर में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 13 मई को होगा और मतगणना 4 जून को संपन्न होगी.  

पटवारी बोले- अक्षय को रातभर यातना दी गई 

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बीजेपी के खिलाफ अक्षय बम को डराने और धमकाने का आरोप लगाया. सोमवार को ग्वालियर सीट से पार्टी उम्मीदवार प्रवीण पाठक के समर्थन में करैरा में आयोजित एक सभा में पटवारी ने कहा कि इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम पर तीन दिन पहले एक पुराने में मामले में 307 धारा बढ़वा दी गई. उसको डराया गया. धमकाया गया और रात भर यातना दी गई. आज सुबह ही कांग्रेस के प्रत्याशी को कलेक्ट्रेट ले जाकर फॉर्म निकलवा लिया गया. फिलहाल अक्षय कांति बम का इस संबंध में कोई बयान सामने नहीं आया है. 

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बम पर 307 धारा बढ़ाई गई  

बता दें कि अक्षय कांति बम पर 3 अलग-अलग केस चल रहे हैं. चुनावी हलफनामे में भी बम ने इसका जिक्र किया है. इन्हीं में से एक मामले में पिछले दिनों बम के खिलाफ कोर्ट ने हत्या के प्रयास की धारा 307 बढ़ा दी थी. 

खजुराहो की तरह अब दूसरे दल पर नजर

इंदौर से अपने उम्मीदवार के पीछे हटने पर अब कांग्रेस एमपी के ही खजुराहो संसदीय क्षेत्र की तरह ही किसी निर्दलीय या छोटे दल के प्रत्याशी का समर्थन कर सकती है. इससे पहले खजुराहो लोकसभा सीट पर I.N.D.I.A. के उम्मीदवार का नामांकन खारिज हो गया था. अब  कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के कैंडिडेट आरबी प्रजापति को अपना समर्थन दे दिया है. प्रजापति बीजेपी प्रत्याशी वीडी शर्मा के सामने चुनावी मैदान में हैं. 

कांग्रेस उम्मीदवार के चुनावी मैदान छोड़ने के बाद अब इंदौर संसदीय क्षेत्र में 19 प्रत्याशी मैदान में बचे हैं. 29 अप्रैल को नामांकन वापसी का आखिरी दिन है. अगर बचे हुए उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया तो बीजेपी के शंकर लालवानी की जीत निर्विरोध तय है. अगर ऐसा हुआ तो सूरत की तरह ही बीजेपी इंदौर में निर्विरोध जीत जाएगी. 
 

57 करोड़ की प्रॉपर्टी के मालिक 

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मध्य प्रदेश के मिनी मुंबई यानी इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा चुनाव उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने बीते 24 अप्रैल को ही अपना नामांकन दाखिल  किया था. हलफनामे में बम ने अपनी कुल प्रॉपर्टी 57 करोड़ रुपए बताई. खास बात यह है कि कांग्रेस उम्मीदवार के कोई कार नहीं है. वह 14 लाख रुपए की घड़ी पहनते हैं.  

BJP के शंकर लालवानी के खिलाफ चुनाव में उतरे थे अक्षय कांति बम.

कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम के पास चल संपत्ति 8.50 करोड़ रुपए तो अचल संपत्ति 46.78 करोड़ रुपए है. पेशे से बिजनेमैन बम की सालाना आय 2.63 करोड़ है. साथ ही 41 किलो चांदी व 275 ग्राम सोना भी रखते हैं.

पत्नी के पास 21 करोड़ की प्रॉपर्टी 
अक्षय कांति बम की पत्नी रिचा बम 3 किलो सोने और 9.3 किलो चांदी रखती हैं. वह कुल 21 करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं. पूरे बम परिवार पर पत्नी और दो बच्चों सहित कुल 78 करोड़ की संपत्ति है. 

CBSE बोर्ड से स्कूलिंग 
अक्षय कांति बम की पढ़ाई इंदौर के डेली कॉलेज से CBSE बोर्ड से हुई है. फिर मुंबई के सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से बम ने बीकॉम किया. इसके बाद इंदौर के पीएमबी आर्ट एंड लॉ कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई की. बम ने कानून शिक्षा के बाद श्री वैष्णव इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट इंदौर से एमबीए और पिलानी की श्रीधर यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट में पीएचडी की. 

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लेनदारी और देनदारी 
अक्षय कांति बम ने 3.63 करोड़ का खुद और 3.45 करोड़ का पत्नी पर ऋण लिया है. जबकि पत्नी को अक्षय ने 74 लाख और पिता को  10 लाख का ऋण दे रखा है. बम के पास एक रियल स्टेट फर्म में 2.63 करोड़ की लेनदारी है.  इंदौर के तिलक नगर स्थित पत्रकार कॉलोनी वाले मकान में हिस्सेदारी है.  

BJP कैंडिडेट पर कांग्रेस प्रत्याशी से 28 गुना कम संपत्ति

वहीं, बीजेपी के गढ़ कहे जाने वाले इंदौर संसदीय क्षेत्र से BJP ने मौजूदा सांसद शंकर लालवानी को टिकट दिया है. लालवानी के पास 1.95 करोड़ की प्रॉपर्टी है. 

क्या है सूरत का मामला?

पिछले दिनों गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से बीजेपी के मुकेश दलाल को निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया था. इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार निलेश कुम्भानी का नामांकन एक दिन पहले ही रिटर्निंग ऑफिसर ने रद्द कर दिया था. उनके प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में  गड़बड़ियों का हवाला देकर नामांकन रद्द किया गया था. कांग्रेस के उम्मीदवारों का नामांकन रद्द होने के बाद बाकी बचे 8 उम्मीदवारों ने भी अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी. ऐसे में बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध सांसद चुन लिए गए थे. चुनाव आयोग ने उन्हें जीत का सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया.   

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दरअसल, गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस और बीजेपी समेत कुल 11 प्रत्याशियों ने अपना पर्चा भरा था. बीजेपी से मुकेश दलाल, कांग्रेस के निलेश कुम्भानी, बसपा से प्यारेलाल भारती, सरदार वल्लभभाई पटेल पार्टी से अब्दुल हामिद खान, ग्लोबल रिपब्लिकन पार्टी से जयेश मेवाडा, लोग पार्टी से सोहेल खान ने नामांकन किया था.   

इनके अलावा अजीत सिंह उमट, किशोर डायानी, बारैया रमेशभाई और भरत प्रजापति निर्दलीय चुनावी मैदान में थे. इनके अलावा, कांग्रेस ने अपने वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला को भी नामांकन कराया था, लेकिन उसे भी प्रस्तावकों के कारण खारिज कर दिया गया. यह भी पढ़ें: 'तो नामांकन वापस ले लेते, रद्द होने का इंतजार नहीं करते...', गद्दारी के आरोपों पर बोलीं नीलेश कुंभानी की पत्नी

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