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कूनो नेशनल पार्क में 8वें चीते की मौत, दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था 'सूरज'

मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में शुक्रवार को एक और चीते की मौत हो गई. दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीता 'सूरज' को कुछ दिन पहले ही बाड़े से खुले जंगल में आजाद कर दिया गया था. बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में अब तक 5 चीतों और 3 शावकों की मौत हो चुकी है. अब पार्क में अब कुल 15 चीते और 1 शावक बचे हैं.

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चीता सूरज का फाइल फोटो.
चीता सूरज का फाइल फोटो.

मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीता 'सूरज' की मौत हो गई है. बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में अब तक 5 चीतों और 3 शावकों की मौत हो चुकी है. अभी चीता 'सूरज' की मौत का कारण पता नहीं चल सका है. यह मरने वाला आठवां चीता है.

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बता दें कि श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में 26 जून को'सूरज' चीता को देर शाम बड़े बाड़े से खुले जंगल में आजाद कर दिया गया था. सूरज 10 वां चीता था, जो कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में छोड़ा गया था. वहीं, साउथ अफ्रीका से लाए गए और बाड़े नंबर 6 में रखे गए नर चीता 'तेजस' की मौत भी मौत 11 जुलाई को हो गई थी.

यह चीता कूनो पार्क प्रबंधन की मॉनिटरिंग के दौरान घायल अवस्था में मिला था. तेजस के गर्दन के ऊपरी हिस्से में चोट के निशान देखे गए थे. बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में अब तक 5 चीतों और 3 शावकों की मौत हो चुकी है. 

नामीबिया और साउथ अफ्रीका से लाए गए थे चीते

बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में चीता पुनरोत्थान के लिए नामीबिया और साउथ अफ्रीका से 20 चीते लाए गए थे, लेकिन अलग-अलग कारणों से अभी तक 5 वयस्क और 3 शावकों की मौत हो चुकी है. इसके बाद कूनो में अब 15 वयस्क चीते और 1 शावक स्वस्थ अवस्था में है. इनमें से 12 चीतों को कूनो के खुले जंगल में छोड़ दिया गया है. वहीं 4 चीते और एक शावक बडे़ बाडे़ में मौजूद है.

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"कूनो नेशनल पार्क में कब किस चीते की हुई मौत?

अब तक 5 चीता समेत 3 शावकों की मौत हो चुकी है. कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया और साउथ अफ्रीका से कुल 20 चीते लाए गए थे, इनमें से नामीबियाई मादा चीता ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया था. यहां 26 मार्च 2023 को नामीबियाई मादा चीता साशा की मौत किडनी संक्रमण के चलते हो गई थी. वहीं नर चीता उदय की मौत 23 अप्रैल 2023 को कार्डियो पल्मोनिरी फेलियर के चलते हुई थी.

इसके बाद दक्षा की मौत 9 मई 2023 को नर चीतों के साथ हिंसक इंट्रक्शन के चलते हो गई थी. नामीबियाई मादा चीता सियाया (ज्वाला) के 4 शावकों में से एक की मौत 23 मई को, इसके बाद दो की मौत 25 मई को डिहाइड्रेशन से हो गई थी. मंगलवार 11 जुलाई को एक और साउथ अफ्रीकी चीता तेजस की मौत नामीबियाई मादा चीता नाभा (सवाना) के साथ हिंसक इंट्रक्शन के चलते हो गई थी.

'सूरज' की मौत पर कमलनाथ ने सरकार पर साधा निशाना

मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने चीता 'सूरज' की मौत को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है, "कूनो नेशनल पार्क में आज आठवें चीते की मृत्यु का समाचार प्राप्त हुआ है. लगातार चीतों की मौत होने के बावजूद अब तक ऐसी कोई योजना सामने नहीं आई है, जिसमें इन वन्य प्राणियों के जीवन को संरक्षित करने की कोई पहल की गई हो. राजनैतिक प्रदर्शन-प्रियता के लिए वन्य प्राणियों को शोभा की वस्तु बनाना, लोकतंत्र के चुने हुए प्रतिनिधियों को शोभा नहीं देता. मैं जिम्मेदार लोगों से आग्रह करता हूं कि वह पर्यावरणविद् और वैज्ञानिकों से चर्चा कर शीघ्र ही ऐसा कोई प्लान बनाएं, जिनसे इन प्राणियों के जीवन की रक्षा हो सके."

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पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा मौत का कारण- वन संरक्षक

प्रधान मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने बताया कि कूनो में सूरज नामक एक और नर चीता की मौत हो गई है. मौत का कारण पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा. ऐसे प्रोजेक्ट में अक्सर मौतें होती रहती हैं. अगर ये मौतें स्वाभाविक रूप से हो रही हैं, तो हमें घबराना नहीं चाहिए. हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि आगे कोई मौत न हो. फिलहाल, मामले में सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.

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