मध्य प्रदेश में चीनी लहसुन के मुद्दे ने राजनीतिक गलियारों में गर्मी पैदा कर दी है. इसको लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अध्यक्ष पटवारी ने चोइथराम मंडी में चीनी लहसुन की आमद के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के साथ प्रदर्शन किया.
कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने स्वास्थ्य कारणों से 10 साल पहले भारत में चीनी लहसुन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन इसे अफगानिस्तान के रास्ते भारतीय बाजार में लाया जा रहा है और इस पर कोई रोक नहीं है. चीनी लहसुन की इस आमद से मध्य प्रदेश के किसान परेशान हैं.
पटवारी ने कहा, "केंद्र ने 2014 में चीनी लहसुन पर इस आधार पर प्रतिबंध लगा दिया था कि यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है. लेकिन यही चीज अफगानिस्तान के रास्ते भारत आ रही है, क्योंकि इस पर कोई रोक नहीं है."
एमपी पीसीसी चीफ कहा, "मध्य प्रदेश, खासकर पश्चिमी मध्य प्रदेश के किसान बड़े पैमाने पर लहसुन की खेती करते हैं. लेकिन चीन से इस रसोई के मुख्य उत्पाद के आने से इसकी कीमतों में 50 फीसदी की गिरावट आई है. इससे राज्य के किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं."
कांग्रेस नेता ने कहा कि हजारों किसान इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों के बड़े पैमाने पर हो रहे आंदोलन पर ध्यान नहीं दे रही है और उनकी मांगों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही है.
कांग्रेस नेता ने कहा, "एक तरफ सरकार किसानों को कोई समर्थन मूल्य नहीं दे रही है, वहीं दूसरी तरफ चीन से लहसुन की तस्करी नहीं रुक रही है. इससे किसानों में काफी निराशा है."
इसके अलावा, तराना सीट से विधायक महेश परमार ने भी भारतीय बाजार में चीनी लहसुन की अवैध आमद का मुद्दा उठाया.