मध्य प्रदेश के बैतूल में बुधवार दोपहर रेलवे यार्ड में खड़ी पैसेंजर ट्रेन में आग लग गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया. आग की चपेट में दो कोच बुरी तरह जल गए. वहीं, तीसरे कोच को ट्रेन से अलग कर लिया गया, लेकिन वह भी आग से थोड़ा क्षतिग्रस्त हो गया.
डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया है. रेलवे घटना की जांच कर रही है. दरअसल, बैतूल स्टेशन के यार्ड में ट्रेन नंबर 09589 बैतूल-छिंदवाड़ा आमला पैसेंजर ट्रेन के तीन कोच सफाई के लिए खड़े थे.
अचानक बुधवार की दोपहर ढाई से तीन बजे के बीच कोच में आग लग गई. अज्ञात कारणों से लगी आग देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया. रेलवे स्टाफ ने तत्काल आग की सूचना रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को दी. सूचना मिलते ही दमकल की टीमें मौके पर पहुंचीं, लेकिन आग लगने वाली जगह तक नहीं पहुंच पाईं.
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स्थानीय लोगों ने की आग बुझाने में मदद
इसके बाद रेलवे ने अपने अग्निशामक यंत्रों से और स्थानीय लोगों ने खेत में लगे ट्यूबवेल की मदद से आग बुझाने की कोशिश की. लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया. यह पैसेंजर ट्रेन छिंदवाड़ा आमला से दोपहर में बैतूल आती है. इसके बाद शाम 4 बजे बैतूल से छिंदवाड़ा के लिए रवाना होती है.
मामले में रेलवे के सेफ्टी ऑफिसर वीके सूर्यवंशी ने बताया, "पैसेंजर ट्रेन में आग लगने की सूचना मिलते ही रेलवे की तैयार किए गए अग्निशामक के माध्यम से आग पर काबू पाया गया. ट्रेन के दो कोच बुरी तरह से जल गए हैं. एक अन्य कोच को भी थोड़ा सा नुकसान हुआ है."
वहीं, पंप ऑपरेटर सुनील बारस्कर का कहना है कि पैसेंजर ट्रेन में आग लगने पर की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे. वहां देखा कि स्थानीय लोग आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे. सभी ने मिलकर करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग को काबू में कर लिया.