scorecardresearch
 

MP: कूनो नेशनल पार्क के बाड़ों से खुले जंगल में आजाद होंगे पांच और चीते, केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने लिया फैसला

मध्य प्रदेश में कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में रह रहे पांच और चीतों को मानसून से पहले कूनो के खुले जंगल में छोड़ा जाएगा. यह निर्णय सोमवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने चीता प्रोजेक्ट की वर्तमान स्थिति की समीक्षा के बाद लिया है. मंत्रालय के तरफ से कहा गया है कि चीते पूरी तरह फिट हैं और नियमित अंतराल पर शिकार भी कर रहे हैं.

Advertisement
X
प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े से पांच और चीतों को मानसून से पहले कूनो के खुले जंगल में छोड़ दिया जाएगा. इसमें तीन मादा और दो नर चीते हैं. यह निर्णय बीते सोमवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने चीता प्रोजेक्ट को वर्तमान स्थिति की समीक्षा के बाद लिया है. उधर, कूनो पार्क प्रबंधन ने भी पांच चीतों को खुले जंगल में छोड़ने की तैयारियां पूरी कर ली हैं. 

Advertisement

केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि जून में मानसून की शुरुआत से पहले कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े से पांच और चीतों को विचरण के लिए छोड़ा जाएगा. इनमें तीन मादा और दो नर चीते शामिल होंगे. यह निर्णय राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के निर्देश पर विशेषज्ञों की एक टीम ने 'प्रोजेक्ट चीता' की वर्तमान स्थिति की समीक्षा के बाद लिया है. 

सभी चीते पूरी तरह हैं फिट

मंत्रालय ने कहा है कि इन चीतों को कूनो से बाहर जाने दिया जाएगा. उन्हें तब तक वापस नहीं लाया जाएगा, जब तक कि वे उन क्षेत्रों में प्रवेश न करें, जहां उन्हें खतरा हो. सभी चीते पूरी तरह फिट हैं और नियमित अंतराल पर शिकार भी कर रहे हैं.

रिलीज करने का किया गया था ट्रायल

मंत्रालय के तरफ से कहा गया है कि मॉनिटरिंग टीमों की ओर से चीतों को उनकी व्यावहारिक विशेषताओं और उनकी पहुंच क्षमता के आधार पर खुले में विचरण के लिए चुना गया है. कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन मादा चीता धात्री और दो दक्षिण अफ्रीकी चीतों को खुले जंगल मे छोड़ने की तैयारी से आगे बढ़कर पिछले दिनों इनको रिलीज करने का ट्रायल भी किया गया था. 

Advertisement

मगर, इसमें उनको सफलता नहीं मिली थी. इसके बाद इन चीतों को रिलीज करने से पहले टास्क फोर्स की बैठक के बाद फैसला लेने का इंतजार किया जा रहा है. बता दें कि चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया से 8 और साउथ अफ्रीका से 18 चीते कूनो पार्क में लाकर बसाए गए हैं. चीतों को चरणबद्ध तरीके से पहले क्वारन्टीन बाड़े से बड़े बाडे़ में फिर खुले जंगल में रिलीज किया जा रहा है. 

अफ्रीका से लाए गए सभी चीते बड़े बाडे़ में हुए शिफ्ट 

अब तक नामीबियाई 4 चीते खुले जंगल मे छोड़े गए हैं. इनमें से एक पवन (ओबान) वापस बड़े बाडे़ में कैद कर दिया गया है. अभी खुले जंगल तीन चीतें हैं. इनमें दो नर और एक मादा हैं. वहीं, साउथ अफ्रीका से लाए गए सभी चीते भी बड़े बाडे़ में शिफ्ट कर दिया गया है.

बता दे कि एक नामीबियाई मादा चीता साशा की 26 मार्च को और 23 अप्रैल को दक्षिण अफ्रीकी नर चीते उदय की मौत हो गई थी. इसी बीच पिछले दिनों एक नामीबियाई मादा ने चार शावकों को जन्म भी दिया था.

मामले में कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा ने 'आजतक' से फोन पर बात की. उन्होंने बताया कि केंद्रीय लेवल पर लिए गए निर्णय के मुताबिक, चीतों को बड़े बाड़े से खुले में छोड़ने की तैयारी पूरी है. जल्द ही टास्क फोर्स की बैठक भी बुलाई गई है, जिसमें चीतों को छोड़ने को लेकर चर्चा होगी. फिलहाल, वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश मिलने का इंतजार है.

Advertisement
Advertisement