मध्य प्रदेश के उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव एक बार फिर विवादों में आ गए हैं. उनके पूर्व पार्टनर और प्रसिद्ध व्यापारी ने उन पर परेशान करने का आरोप लगाया है. शिकायती आवेदन लेकर कलेक्टर और एसपी के पास पहुंचे व्यापरी ने मंत्री पर कई संगीन आरोप लगाए हैं. इसमें सबसे गंभीर आरोप बिजनेस कब्जाने का है. बता दें कि हाल ही में एक महिला का वीडियो वायरल हुआ था, जिसने एक होटल में पहुंचकर मंत्री दत्तीगांव के खिलाफ अपशब्द कहे थे.
कलेक्टर और एसपी के पास पहुंचे व्यापारी नितिन नंदेचा ने कहा कि उद्योग मंत्री ने उन्हें मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया है. नंदेचा ने आरोप लगाया है कि दत्तीगांव ने उनकी गाड़ियां, जमीन और बिजनेस पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है. इतना ही नहीं आवदेन में मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देते हुए मंत्री को गिरफ्तार करने की मांग भी की है.
बता दें कि बदनावर निवासी नितिन नंदेचा दत्तीगांव के बिजनेस पार्टनर रह चुके हैं. जिस होटल में महिला ने दत्तीगांव को अपशब्द कहे थे, वह नंदेचा का ही था. उस घटना के बाद से ही नंदेचा, दत्तीगांव के निशाने पर चल रहे हैं. हालांकि, आरोपों पर सफाई देते हुए दत्तीगांव ने नंदेचा के दावों को झूठा करार दिया है.
शिकायत में नंदेचा ने आरोप लगाया है कि दंत्तीगांव उनका व्यवसायिक नुकसान कर रहे हैं. उनकी संपत्ति हड़पने और आए दिन उन्हें खत्म करने की धमकियां दी जा रही हैं. नंदेचा की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. एसपी आदित्यप्रताप सिंह ने शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
नंदेचा की शिकायत में क्या-क्या?
डेढ़ महीने से मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है. पहले भी किया जा रहा था. मेरे परिवार की जान खतरे में है, इसलिए उनकी सुरक्षा की मांग की गई है. दबंगई के चलते जो मेरी प्रॉपर्टी कब्जाई गई है, उसका भी आवेदन में जिक्र है. डेढ़ महीने पहले एक आवेदन आदिवासी समाज ने मेरे खिलाफ दिया था. ऐसे और मामले मेरे खिलाफ लगाए जा सकते हैं. मेरे नाम से फर्जी बैंक अकाउंट और जीएसटी नम्बर लिए गए थे, उनकी जानकारी भी मैंने दी है. उनसे मेरा कोई लेना-देना नहीं है. मेरे घर के अंदर घुसकर मंत्री के आदमी ने दबंगई की थी, इस पर भी आवेदन दिया गया है.
मंत्री दत्तीगांव ने दी सफाई
मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने आरोपों को झूठा बताया है. उन्होंने कहा कि आरोल लगाने वाले शख्स को प्रमाण भी देना चाहिए. मंत्री ने कहा कि व्यापारी की कार विभाग ने किराए पर ले रखी है, जिसका किराया उनको मिल रहा है. करोड़ों रुपए उनके खाते में किराए के तौर पर आए हैं, उसे हड़पा नहीं गया है. आरोप लगाने वाले व्यक्ति कुछ समय पहले तक मेरी बढ़-चढ़कर तारीफ कर रहे थे. उनके परिवार को जानता हूं. उनके बच्चों ने मेरे साथ सेल्फी ली है. उनका एक बेटा और एक बेटी है. मैंने दोनों के सर पर हाथ रखा है, वह उनका ध्यान रखें ना रखें हम जरूर रखेंगे.
(रिपोर्ट: छोटू शास्त्री)