मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती राज्य में शराबबंदी और नशा मुक्ति को लेकर मुखर हो गई हैं. उन्होंने कहा है कि शराब बेचकर राजस्व कमाकर सरकार चलाना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि यह वैसा ही है कि कोई मां अपने बेटे का खून चूसकर अपनी जिंदगी चलाए. उमा भारती नरसिंहपुर में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचीं थी. इस दौरान उन्होंने लोगों से चर्चा करते हुए प्रदेश की मौजूदा सरकार की आलोचना कर डाली.
उमा भारती ने कहा कि समाज में भूख से मरने वाले लोग अब नहीं हैं, क्योंकि सभी को भोजन मिलने लगा है, लेकिन आर्थिक विषमता है. बच्चों को पढ़ाना है तो सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती. गरीबों को अस्पताल में इलाज करवाना है तो अस्पतालों में इलाज नहीं होता. प्राइवेट अस्पतालों का खर्चा लोग नहीं उठा सकते. उन्होंने कहा कि मैं इसे बहुत बड़ा अन्याय मानती हूं.
उमा भारती ने इस दौरान शराब नीति पर बात करते हुए कहा कि शराब बेचकर राजस्व कमाकर सरकार चलाना गलत बात है. उन्होंने कहा कि शराब वितरण प्रणाली में सरकार जल्द सुधार करेगी, क्योंकि नशे से युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए भरसक प्रयास करने का मुझसे वादा भी किया है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि लोग कम से कम शराब पिएं, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हो, बेहतर हो.
शराब नीति के खिलाफ मोर्चा खोलने का किया था ऐलान
बता दें कि उमा भारती ने ऐलान किया था कि वह करीब दो महीने से अधिक समय तक प्रदेशभर का भ्रमण करेंगी और इस दौरान एक भी दिन के लिए घर नहीं जाएंगी. उन्होंने कहा कि 7 नवंबर 2022 देव दीवाली से 14 जनवरी 2023 मकर संक्रांति तक वह सहयोगी महिलाओं के साथ विभिन्न स्थानों का भ्रमण करेंगी और भवन में निवास नहीं करेंगी. इस दौरान वह खुले में टेंट लगाकर रहेंगी.
'जनहितों व जनभावनाओं की अनदेखी कर देती हैं राज्य सरकारें'
उमा ने कहा था कि पूरे देश में शराब की वितरण प्रणाली विसंगतियों का शिकार है. राज्य का विषय होने के कारण इस पर राज्य ही अपनी नीति बनाते है. कई बार जनहितों व जनभावनाओं की अनदेखी कर देते हैं. उमा भारती ने कहा था कि न सिर्फ मध्य प्रदेश बल्कि पूरे देश के सभी नागरिक भाजपा से यह अपेक्षा कर रहे हैं कि BJP पार्टी के स्तर पर ही शराब पर जन हितैषी नीति बनाए. जिन राज्यों में भाजपा की सरकार हो, वहां उस नीति के अनुसार ही चलने का दिशा निर्देश दें.
शराब के दुष्परिणाम से युवाओं का भविष्य हो रहा प्रभावित
उमा भारती ने कहा था कि हमारी पार्टी धर्मनिष्ठ लोगों की पार्टी है किसी भी धार्मिक स्थान के पास, स्कूल कॉलेजों के पास, अस्पतालों अदालतों के पास, मजदूरों की बस्तियों के पास, दूर-दूर तक शराब की दुकान नहीं होना चाहिए. खुले अहातों में शराब पिलाकर हजारों शराबियों के झुंड को खुली सड़क पर चलने का मौका देना तो हमारे ही यातायात नियमों का उल्लंघन है. शराब के दुष्परिणाम से महिलाओं का सम्मान, गरीबों का रोजगार एवं युवाओं का भविष्य प्रभावित हो रहा है.