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MP: छेड़खानी पर मुस्लिम युवक की पिटाई, वीडियो वायरल, फिर हिंदू संगठन पर केस दर्ज

खंडवा में हिंदू संगठन से जुड़े कुछ लोगों पर मुस्लिम युवक को पीटने का आरोप लगा है. हिंदू संगठन से जुड़े लोगों का आरोप है कि मुस्लिम युवक साइबर कैफे में हिंदू लड़की से छेड़खानी कर रहा था. पीड़िता ने पुलिस को बताया कि शहबाज ने रोककर शादी करने के लिए कहा. नहीं मानने पर जान से मारने की धमकी दी. देगा.

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हिंदू संगठन पर मुस्लिम युवक को पीटने का आरोप
हिंदू संगठन पर मुस्लिम युवक को पीटने का आरोप

मध्य प्रदेश के खंडवा में हिंदू संगठन से जुड़े कुछ लोगों पर मुस्लिम युवक को पीटने का आरोप लगा है. इसका वीडियो भी सामने आया है. इसके बाद मुस्लिम संगठनों ने इसे मॉब लिंचिंग की घटना बताते हुए आक्रोश जाहिर किया है. फिलहाल, पुलिस मामला दर्जकर आरोपियों की पहचान कर रही है. 

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दरअसल, यह मामला 15 दिन पुराना है. हिंदू संगठन के कुछ लोगों ने शहबाज नामक युवक को पकड़ा था. वह कथित तौर पर साइबर कैफे में लड़की के साथ छेड़छाड़ कर रहा था. इसके बाद हिंदू संगठन के लोगों ने उस युवक पर हिंदू लड़की से छेड़खानी का आरोप लगाया. पीड़ित लड़की ने थाने में धारा 354 और 506 के तहत मामला दर्ज कराया था.

शादी नहीं करने पर दी जान से मारने की धमकी
 
लड़की ने थाने शिकायत कर बताया कि वह साइबर कैफे में फॉर्म भरने गई थी. इस दौरान शहबाज ने उसे रोककर शादी करने के लिए कहा. उसे धमकाया भी कि यदि वह शादी नहीं करेगी, तो वह उसे जान से मार देगा. इस दौरान पीड़ित लड़की के साथ थाने में हिंदू जागरण मंच के डॉ. अनीश अरझरे, माधव झा, रवि कुमायु, अनिमेष जोशी, आदित्य मेहता और हंसराज बाथम थे.

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पुलिस ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का दिया आश्वासन

वहीं, शहर के काजी सैयद निसार अली का कहना है कि एक वीडियो वायरल हुआ है. इसमें सिहाड़ा का रहने वाला छात्र के खिलाफ साजिश की गई है. उसे एक मॉल की पार्किंग में ले जाकर कुछ असामाजिक तत्वों ने बेरहमी से मारपीट की है. इसमें अपहरण और मॉब लिंचिंग की धाराएं भी लगाने की मांग पुलिस अधीक्षक से की है. उन्होंने भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आश्वस्त किया है.

वीडियो देखकर आरोपियों के खिलाफ करेंगे कार्रवाई- पुलिस 

मामले में पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया, "वायरल वीडियो में 5-6 लोग एक युवक को पीट रहे हैं. युवक की शिकायत पर हमने पहले ही मामला दर्ज कर लिया था. उस दौरान पीड़ित आरोपियों को पहचान नहीं कर रहा था, इसलिए अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. अब वीडियो के आधार पर आरोपियों को चिह्नित किया जाएगा. उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर जेल भेजेंगे." 

पुलिस अधीक्षक ने लोगों से की अपील- कानून हाथ में न लें

एसपी ने आगे बताया, "इस मामले में पीड़ित का फिर से बयान लेकर धाराएं बढ़ाई जाएंगी. लोगों से अपील करता हूं कि किसी भी स्थिति में वे कानून को अपने हाथ में न लें. यदि कोई व्यक्ति अपराध करता है, तो उसकी सूचना पुलिस को दें. मॉब लिंचिंग सर्वथा अनुचित है. ऐसे किसी भी मामले में पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी."

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