मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के शाहपुर इलाके में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब आदिवासी युवक की मौत को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया. इस दौरान पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया. इस हमले में ASI रामचरण गौतम की मौत हो गई, जबकि थाना प्रभारी सहित कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए. हालात इतने बिगड़ गए कि आरोपियों ने पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया, जिसके बाद भारी पुलिस बल को मौके पर तैनात करना पड़ा.
जानकारी के अनुसार, गड़रा गांव जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर है. वहां कोल जनजाति के कुछ लोगों ने सनी द्विवेदी नाम के युवक को अगवा कर लिया. उनका आरोप था कि उसने दो महीने पहले एक आदिवासी युवक अशोक कुमार की हत्या की थी. हालांकि, पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, अशोक कुमार की मौत एक सड़क दुर्घटना में हुई थी.
शनिवार को जब पुलिस को सनी द्विवेदी के अपहरण की सूचना मिली, तो शाहपुर थाना प्रभारी संदीप भारतीय के नेतृत्व में एक पुलिस टीम उसे बचाने के लिए गांव पहुंची, लेकिन जब तक पुलिस वहां पहुंची, तब तक सनी द्विवेदी को कथित रूप से एक कमरे में बंधक बनाकर बुरी तरह पीट-पीटा गया था, जिससे उसकी मौत हो गई.
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घटना की सूचना पर शाहपुर थाना प्रभारी संदीप भारतीय टीम के साथ मौके पर पहुंचे. जब पुलिस ने कमरे का दरवाजा खोला तो सनी द्विवेदी मृत अवस्था में मिला. इस दौरान पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया, लेकिन जैसे ही पुलिस टीम मौके से रवाना होने लगी तो ग्रामीणों ने लाठी-डंडों और पत्थरों से पुलिस पर हमला कर दिया.
इस दौरान हमले में ASI रामचरण गौतम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि शाहपुर थाना प्रभारी संदीप भारतीय, तहसीलदार कुंवारे लाल पनिका, ASI बृहस्पति पटेल, SDOP रीडर अंकित शुक्ला, 25वीं बटालियन के जवाहर सिंह यादव समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया.
घटना के बाद क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया. रीवा रेंज के पुलिस उप-महानिरीक्षक (DIG) साकेत पांडे ने बताया कि इस हिंसा में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में फायरिंग करनी पड़ी. प्रशासन ने इलाके में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNS) की धारा 163 लागू कर दी है.
मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव और पुलिस अधीक्षक (SP) रचना ठाकुर ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है. उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस और प्रशासन का सहयोग करें और अफवाहों पर ध्यान न दें. फिलहाल, पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और फरार आरोपियों की तलाश जारी है. प्रशासन ने हिंसा में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है.