प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार देर शाम मध्यप्रदेश स्टार्टअप नीति का वर्चुअल शुभारंभ किया. उन्होंने अपने संबोधन में कांग्रेस का जिक्र किए बिना ही उस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भारत में नए आइडिया से समस्याओं के समाधान की ललक हमेशा रही है. यह हमने सूचना क्रांति के दौर में महसूस किया लेकिन उस दौर में हमारे युवाओं को जितना समर्थन मिलना था वो नहीं मिला. हमने देखा कि एक पूरा दशक घोटालों में, पॉलिसी पैरालिसिस में निकल गया. हमारे युवाओं के पास पहले भी सबकुछ था, लेकिन पहले की सरकारों की नीतियों के अभाव की वजह से उलझ कर रह गए.
8 साल में देश में आ गई स्टार्टअप क्रांति
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में जब हमारी सरकार आई थी तो देश में 300-400 स्टार्टअप थे. आज भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बन गया है. हमारे देश में करीब 70 हजार नए स्टार्टअप हैं. इन 8 साल में प्लानिंग के जरिए स्टार्टअप क्रांति आई. हम दुनिया के सबसे बड़े यूनिकॉर्न स्टार्टअप में भी सबसे बड़ी ताकत के रूप में उभर रहे हैं. शून्य से शुरुआत करके यूनिकॉर्न बनना यानी 7 हजार करोड़ रुपये की पूंजी तक पहुंचना.
हर 7 दिन में तैयार हो रहा यूनिकॉर्न स्टार्टअप
पीएम मोदी ने कहा कि देश में आज हर 7 दिन में एक नया यूनिकॉर्न स्टार्टअप तैयार हो रहा है. 50 प्रतिशत स्टार्टआप टीयर-टू और टीयर-थ्री सिटी में आते हैं. स्टार्टअप का दायरा बहुत बड़ा है. हम देख रहे हैं कि कल के स्टार्टअप मल्टीनेशनल बन रहे हैं. ये खुशी की बात है कि कृषि, रिटेल और खेल के सेक्टर में आज नए-नए स्टार्टअप आ रहे हैं.
पीएम ने इन युवाओं से की बात
शॉप किराना के संस्थापक तनु सारस्वत: तनु ने पीएम को बताया कि आज इनके स्टार्टअप ने छह राज्यों के 30 शहरों की एक लाख खुदरा दुकानों और पांच करोड़ उपभोक्ताओं तक अपनी पहुंच बना ली है. उनके स्टार्टअप का सालाना टर्नओवर 800 करोड़ रुपये है.
तनु ने दीपक धनोतिया और सुमित घोरावत के साथ मिलकर किराना दुकानों का सप्लाई चेन सिस्टम सुधारने के लिए स्टार्टअप की शुरुआत की. तीनों ऐसा बिजनेस टू बिजनेस माडल लाना चाहते थे, जिसमें सीधे कंपनियों से माल लेकर दुकानों को 24 घंटे में डिलीवर किया जा सके. उनके स्टार्टअप के जरिए 10 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिला है.
उमंग श्रीधर डिजाइन की संचालक उमंग: इन्होंने बीटूबी फैब्रिक सप्लायर प्लेटफॉर्म की शुरुआत की ताकि ग्रामीण भारत की महिलाओं को सशक्त बनाया जा सके. उमंग ने बताया कि उन्होंने 2014 में कंपनी शुरू की थी. उनका जन्म बुंदेलखंड के गांव किशनगंज में हुआ इसलिए ग्रामीण महिलाओं की परेशानियों को समझती हैं. 9 साल के अंदर उन्होंने 5 राज्यों की 1500 महिलाओं को अपने स्टार्टअप के जरिए जोड़ लिया है.
उमंग श्रीधर ने पीएम को बताया कि उन्होंने नए कपड़े बनाने की प्रेरणा दी. नए तरीके के टेक्सटाइल बनाया. उन्होंने पीएम को बताया कि मेरा सपना 10 लाख महिलाओं को सशक्त करना है. वह महिलाओं को ट्रेनिंग देती हैं.
ग्रामोफोन के संस्थापक तौसिफ खान: तौसिफ निशांत वत्स, हर्षित गुप्ता, आशीष सिंह के साथ मिलकर पिछले 6 साल से कृषि के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. उन्होंने पीएम को बताया कि उन्हें पता चला कि 14 हजार किसानों पर फसल का एक विशेषज्ञ है.
उन्होंने पीएम को बताया कि अगर किसानों को सही सुझाव दें तो किसानों की इनकम डेढ़ गुना की जा सकती है. टेक्नोलॉजी से और सही सुझाव देकर हम ऐसा कर सकते हैं. हमने मध्य प्रदेश में करीब 1 हजार माइक्रो आंत्रप्रेन्योर बनाए हैं. हमने एक ही प्लेटफॉर्म से बीज और अन्य चीजों की डिलीवरी शुरू की.