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इंदौर मंदिर हादसे में बड़ा एक्शन, गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज, मजिस्ट्रेटी जांच शुरू, CM शिवराज ने चेतावनी भी दी

इंदौर में बेलेश्वर महादेव मंदिर हादसे में प्रशासन ने मजिस्ट्रेटी जांच बैठा दी है. इस मामले में 15 दिन में रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है. इसके अलावा हादसे को लेकर मंदिर समिति के दो पदाधिकारियों पर भी केस दर्ज कर लिया गया है. साथ ही सीएम ने किसी जमीन पर कुआं या बोरवेल मिलने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी है.

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इंदौर मंदिर हादसे में प्रशासन ने शुरू की मजिस्ट्रेटी जांच (फोटो: ANI)
इंदौर मंदिर हादसे में प्रशासन ने शुरू की मजिस्ट्रेटी जांच (फोटो: ANI)

इंदौर में रामनवमी पर हुए मंदिर हादसे ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है. इस मामले में अब 35 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा बावड़ी में गिरे एक शख्स की अब भी तलाश जारी है. इस घटना को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने काफी गंभीरता से लिया है. उन्होंने इस मामले में तत्काल जांच के आदेश दे दिए.

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वहीं इंदौर पुलिस कमिशनर मकरंद देउस्कर ने बताया कि इस मामले में मंदिर समिति के अध्यक्ष और सचिव पर गैरइरादान हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है. इसी के साथ ही सीएम ने बताया कि बेलेश्वर मंदिर में बनी बावड़ी की तरह जितनी भी बावड़ी और कुएं हैं, उनके जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसा हादसा न हो. इसके अलावा उन्होंने भविष्य में अगर निजी जमीन पर ऐसा कुआं या बोरवेल मिला तो जमीन मालिक पर कार्रवाई होगी और सरकारी जमीन पर मिला तो संबंधित शासकीय कर्मचारी पर एक्शन लिया जाएगा.

मजिस्ट्रेटी जांच बैठी, 15 दिन में मांगी रिपोर्ट

कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डॉ. इलैयाराजा टी ने मंदिर हादसे में मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने इसकी जिम्मेदारी अपर कलेक्टर बेड़ेकर को सौंपी है. साथ ही उन्हें 15 दिन में जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं. आदेश के तहत यह जांच मृतकों की किन परिस्थितियों में मृत्यु हुई? घटना का घटनाक्रम क्या था? घटनाक्रम में क्या परिस्थितियां थीं? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सुझाव व अन्य कोई बिन्दु जांच के दौरान सामने आता है तो उसके संबंध में भी जांच की जाएगी. 

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बावड़ी की छत ढहने से हुआ हादसा

इंदौर के स्नेह नगर इलाके में बेलेश्वर महादेव मंदिर है. 30 मार्च को रामनवमी के मौके पर श्रद्धालु जुटे थे. मंदिर में हवन चल रहा था. जब लोग हवन के समापन को पूर्ण आहुति के लिए अपनी जगह पर खड़े हुए तभी हादसा हो गया. दरअसल वह जिस फर्श पर खड़े थे, वही ढह गई. यह फर्श एक पुरानी बावड़ी के ऊपर बना दी गई थी. करीब 50 फुट गहरी इस बावड़ी को भरे बिना ही उस पर लिंटर डालकर फर्श बना दी गई थी.

25 घंटे से जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन

बेलेश्वर मंदिर के पंडित लक्ष्मीनारायण शर्मा के मुताबिक हादसा गुरुवार सुबह करीब 11:55 बजे हुआ था. 25 घंटे बीत जाने के बाद भी यहां रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. बताया जा रहा है कि अब बावड़ी में केवल एक शख्स है, जिसने ढूंढने की कोशिश की जा रही है.

रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सेना बुलाई

हादसे की जानकारी होते ही सबसे पहले पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से लोगों को बचाना शुरू किया. इसके बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया. हालांकि सरकार ने कोई चांस न लेते हुए लोगों को बचाने के लिए सेना भी बुला ली. इंदौर संभाग कमिश्नर पवन शर्मा के मुताबिक रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ के 15, एसडीआरएफ के 50 और आर्मी के 75 जवानों की टीम जुटी है.

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बावड़ी में 54 लोग गिरे, 18 सुरक्षित

हवन के समय बावड़ी की छत पर दर्जनों लोग खड़े थे. छत ढही तो 54 लोग बावड़ी में जा गिरे. इसके बाद बावड़ी में सीढ़ियां, रस्सी डालकर लोगों को बचाना शुरू किया गया. इस दौरान कुछ लोगों ने बावड़ी की सीढ़ियों पर चढ़कर अपनी जान बचाई. बाद में जवानों ने ट्रॉली के जरिए लोगों को बाहर निकालना शुरू किया. जानकारी के मुताबिक पुलिस ने 18 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है. हालांकि इस हादसे में 35 लोगों की मौत हो गई. एक की अब भी तलाश की जा रही है.

सीएम शिवराज ने घायलों से मुलाकात की
सीएम शिवराज ने घायलों से मुलाकात की 

पीड़ितों के लिए आर्थिक मदद का ऐलान

राज्य सरकार ने मृतकों के परिवार को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घायलों को 50 हजार रुपये की मदद देने का ऐलान किया है. घायलों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी. इसके अलावा पीएम राष्ट्रीय राहत कोष से भी मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये  की मदद की घोषणा की गई है.

 

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