केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं को सलाह दी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सलाह देते हुए कहा है कि कांग्रेस में रहकर उन्होंने स्वयं अनुभव किया था कि पार्टी के हालात क्या हैं.
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए गढ़ा राजघराने और दिग्विजय सिंह के पारिवारिक सदस्य सुमेर सिंह ने अपने समर्थकों के साथ बीजेपी ज्वॉइन कर ली. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी स्टोल पहनाकर सुमेर सिंह का पार्टी में स्वागत किया. सुमेर सिंह अब दिग्विजय नहीं, बल्कि सिंधिया समर्थक कहलाएंगे.
3 साल से कोशिश थी कि सुमेर BJP में आ जाएं: सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंच से बयान देते हुए कहा कि वे पिछले 2020 से कोशिश कर रहे थे कि सुमेर सिंह बीजेपी में शामिल हो जाएं. आखिरकार साढ़े तीन साल की मेहनत सफल हो गई.
'दिल का रिश्ता बनाता हूं'
ज्योतिरादित्य ने आंख मारते हुए सुमेर सिंह से कहा, मैंने स्वयं अनुभव किया है. कभी कभी दूसरे के अनुभव से सीखना चाहिए. सुमेर सिंह से पहले भी कहा था कि दिग्विजय सिंह पर विश्वास मत रखना, बल्कि विश्वास इधर (सिंधिया की तरफ) रखना. सिंधिया ने कहा कि वे दिल का रिश्ता बनाते हैं जबकि अवसरों के आधार पर रिश्ता बनाना है तो पड़ोसी (दिग्विजय सिंह) के पास जाओ.
'देश को मोदी जैसा नेता चाहिए'
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने मंच से बयान देते हुए कहा, विपक्ष में रहने वाले खुद को कुशल राजनेता कहते हैं. आज देश को कुशल राजनेता नहीं, बल्कि दिल से काम करने वाला मोदी जैसा नेता चाहिए है. मां भारती के सर्वश्रेष्ठ पुत्र हैं नरेंद्र मोदी, जो माँ भारती के सपनों को साकार कर रहे हैं. प्रधानमंत्री का संकल्प है देश को आगे बढ़ना विश्वगुरु बनाना.
वहीं, कांग्रेस व दिग्विजय सिंह का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए सुमेर सिंह गढ़ा ने मंच से बयान देते हुए कहा कि गुना लोकसभा सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया को सांसद बनाया जाए. क्योंकि गुना का वजूद ज्योतिरादित्य सिंधिया से है. क्षेत्र में क्रांति आने वाली है.