बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बीते दिनों लड़कियों के पहनावे पर एक बयान दिया था. इसको लेकर बहस छिड़ी हुई है. एक ओर कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताएं विजयवर्गीय का विरोध कर रही हैं, वहीं उनके विधायक बेटे आकाश ने पिता के बयान पर सुर में सुर मिलाया है. आकाश का कहना है कि उनके पिता हमेशा धर्म और संस्कारों को बढ़ावा दिलाने के लिए काम करते हैं.
इसके आगे आकाश कहते हैं, 'इंदौर में जो नाइट कल्चर चल रहा है, नशे में धुत युवक-युवतियों के वीडियो आते हैं और भद्दे-भद्दे कपड़ों में वो दिखते हैं, उसको लेकर पिता बहुत चिंतित हैं. कई दिनों से उनकी योजना भी थी कि इसे कैसे कंट्रोल किया जाए. नाइट कल्चर को लेकर वो मुख्यमंत्री और पुलिस अधिकारियों से संपर्क में हैं'.
'हनुमान चालीसा क्लब बनाने पर विचार किया जा रहा'
आकाश ने कहा कि ये सब देखते हुए ही हनुमान चालीसा क्लब बनाने पर विचार किया जा रहा है. उसी कड़ी में पिता कैलाश बुराइयों से दूर रहने का संदेश देना चाह रहे थे. कैलाश विजवर्गीय परिवार में बड़े हैं, इसलिए वो बच्चों को नसीहत दे सकते हैं.
'क्या वो चाह रही हैं कि फटे कपड़े पहनकर घूमना चाहिए...'
उधर, महिला कांग्रेस द्वारा कैलाश विजयवर्गीय का विरोध करने को लेकर आकाश ने कांग्रेस नेत्रियों से ही सवाल पूछ लिया कि क्या वो चाह रही हैं कि फटे कपड़े पहनकर घूमना चाहिए और नशा करना व रात में क्लबों में डांस करना चाहिए.
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'शहर में राजनीतिक संरक्षण में नशा बिक रहा है'
बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय ने लड़कियों के पहनावे व नशा करने पर शूर्पणखा जैसा बताए जाने पर महिला कांग्रेस ने मानहानि का नोटिस देकर तीन दिन में सार्वजनिक माफी मांगने के लिए कहा है. महिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष साक्षी शुक्ला डागा ने कहा कि शहर में राजनीतिक संरक्षण में नशा बिक रहा है. वैध-अवैध पब नियमों की अनदेखी कर चल रहे हैं. पुलिस प्रशासन नतमस्तक है और कैलाश महिलाओं पर आरोप लगा रहे हैं.
'हॉस्टल वाली लड़कियां माहौल बिगाड़ने के लिए दोषी'
कांग्रेस नेत्री ने कहा कि बाहर से आकर हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाली लड़कियां शहर का माहौल बिगाड़ने के लिए दोषी हैं. इसलिए उन्हें बोलना था, सब महिलाओं को क्यों बोला गया. इससे उन्हें व्यक्तिगत हानि हुई है. एडवोकेट सौरभ मिश्रा ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय ने आपत्तिजनक बयान दिया है. इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. अगर ऐसा न किया तो उन पर मानहानि का केस दर्ज कराया जाएगा.