scorecardresearch
 

'मैं कांग्रेसी था, हूं और रहूंगा...', बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच जीतू पटवारी से बोले कमलनाथ

जीतू पटवारी ने बताया कि कमलनाथ ने कहा कि मैं कांग्रेसी था, हूं और रहूंगा. लोकतंत्र में हार-जीत होती रहती है. हर परिस्थिति में उन्होंने दृढ़ता से कांग्रेस के विचार के साथ अपना जीवन जीया है और आगे भी कांग्रेस के विचार के साथ अंतिम सांस तक जीवन जीएंगे.

Advertisement
X
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और कमलनाथ
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और कमलनाथ

कांग्रेस के पूर्व सीएम कमलनाथ बीजेपी में शामिल होंगे या नहीं, इसे लेकर अटकलों का बाजार गर्म है, लेकिन मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि मेरी कमलनाथ से बात हुई है. उन्होंने बीजेपी में जाने को मीडिया का फैलाया हुआ भ्रम बताया है. जीतू पटवारी ने बताया कि कमलनाथ ने कहा कि मैं कांग्रेसी था, हूं और रहूंगा. लोकतंत्र में हार-जीत होती रहती है. हर परिस्थिति में उन्होंने दृढ़ता से कांग्रेस के विचार के साथ अपना जीवन जीया है और आगे भी कांग्रेस के विचार के साथ अंतिम सांस तक जीवन जीएंगे. ये उनकी खुद की भावना है. 

Advertisement

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ के वफादार मध्य प्रदेश के लगभग आधा दर्जन विधायक रविवार को दिल्ली पहुंचे. जिससे यह अटकलें तेज हो गईं हैं कि वह और उनके सांसद बेटे नकुल नाथ सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होने के लिए तैयार हैं. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कमलनाथ के कांग्रेस सहयोगी दिग्विजय सिंह ने भरोसा जताया कि कमलनाथ उस पार्टी को नहीं छोड़ेंगे, जहां से उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी. 

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार एमपी कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी शनिवार को अपने विधायकों से संपर्क करने और उन्हें यह बताने में व्यस्त रहे कि नाथ और उनके बेटे भाजपा में नहीं जाएंगे. दिग्गज नेता के करीबी सूत्रों ने पहले कहा था कि जो विधायक कमलनाथ के साथ दिल्ली गए हैं, उनमें से तीन छिंदवाड़ा से हैं, जबकि क्षेत्र से अन्य तीन दिल्ली जाने के लिए तैयार हैं. ये विधायक फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे थे. कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने दावा किया कि कमलनाथ के वफादार और पूर्व राज्य मंत्री लाखन घनघोरिया भी उनके साथ दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं.

Advertisement

मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और कमलनाथ के करीबी दीपक सक्सेना ने कहा कि विधानसभा में हार के बाद जिस तरह से नाथ को राज्य इकाई प्रमुख के पद से हटाया गया, उससे वह आहत हैं. हम चाहते हैं कि हमारे नेता को पूरा सम्मान दिया जाए. वह जो भी निर्णय लेंगे, हम उनके साथ होंगे.

Live TV

Advertisement
Advertisement