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बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री की छिंदवाड़ा कथा पर कमलनाथ बोले- मैंने नहीं करवाई

बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री तो हिंदू राष्ट्र की अलख जगा रहे हैं? इस पर कमलनाथ ने कहा कि पहले ही देश में 82 प्रतिशत हिंदू हैं और कौन-सा हिंदू राष्ट्र चाहिए? हम सांप्रदायिकता के खिलाफ हैं और सेकुलर लोग हैं.

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स्वाभिमान यात्रा के समापन समारोह में पहुंचे कमलनाथ.
स्वाभिमान यात्रा के समापन समारोह में पहुंचे कमलनाथ.

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा में चल रही पंडित धीरेंद्र शास्त्री की हनुमत कथा उन्होंने आयोजित नहीं करवाई. साथ ही हिंदू राष्ट्र के सवाल पर  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बोले कि हम सांप्रदायिकता के खिलाफ हैं. हम सेकुलर (धर्मनिरपेक्ष) लोग हैं. 

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झाबुआ में आदिवासी स्वाभिमान यात्रा की समापन रैली में पहुंचे कमलनाथ ने एक प्रेस कांफ्रेंस में तमाम सवालों के जवाब दिए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि छिंदवाड़ा में जो बागेश्वर धाम वाले बाबा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा चल रही है, वह उन्होंने आयोजित नहीं करवाई है. साथ ही यह पूछे जाने पर कि पं धीरेंद्र शास्त्री तो हिंदू राष्ट्र की अलख जगा रहे हैं ? इस पर कमलनाथ ने कहा कि पहले ही देश में 82 प्रतिशत हिंदू हैं और कौन-सा हिंदू राष्ट्र चाहिए? हम सांप्रदायिकता के खिलाफ हैं और सेकुलर लोग हैं. देखें Video:-

बता दें कि मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री श्री हनुमत कथा का वाचन कर रहे हैं. गृह क्षेत्र में स्वागत करते हुए कमलनाथ और उनके सांसद पुत्र नकुलनाथ ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री की आरती भी उतारी थी. इसे लेकर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर कमलनाथ सहित कांग्रेस के कई नेताओं पर हमला भी किया. 

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आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर लिखा, मुसलमानों की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चलाने और आरएसएस का एजेंडा 'हिंदू राष्ट्र' की वकालत करके संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले बीजेपी के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता.

राहुल और प्रियंका को किया टैग

प्रमोद कृष्णम ने आगे लिखा, आज गांधी की आत्मा रो रही होगी. पंडित नेहरू और भगतसिंह तड़प रहे होंगे. मगर, सेक्युलरिज्म के ध्वजवाहक जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सब खामोश हैं. उन्होंने अपने इस ट्वीट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को टैग भी किया है.

मुसलमानों के ऊपर “बुलडोज़र”
चढ़ाने और RSS का एजेंडा हिंदू राष्ट्र की खुल्लमखुल्ला वकालत कर के “संविधान”
की धज्जियाँ उड़ाने वाले “भाजपा”
के स्टार प्रचारक की आरती उतारना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शोभा नहीं देता,आज रो रही होगी गांधी की “आत्मा” और तड़प रहे होंगे पंडित नेहरू और भगत…

— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) August 6, 2023

बीजेपी ने किया कांग्रेस पर हमला

आचार्य प्रमोद कृष्णम के ट्वीट पर बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला किया. बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर कहा, क्या कारण है कि छिंदवाड़ा में कमलनाथ द्वारा आयोजित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की राम कथा के आयोजन से कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, अजय सिंह ,गोविंद सिंह, कांतिलाल भूरिया सहित अन्य तमाम नेताओं ने दूरी बनाई है. 

कहा कि एक भी कांग्रेस का बड़ा नेता कमलनाथ जी के साथ इस आयोजन में नजर नहीं आया. कांग्रेस के अंदर खाने से चर्चा जोरों पर है कि इस आयोजन को लेकर कांग्रेस के नेताओं के जल्द ही बयान सामने आएंगे. आचार्य प्रमोद कृष्णन का ट्वीट सामने आ चुका है और अन्य नेतागण के बयान भी जल्द सामने आएंगे.

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क्या कारण है कि छिंदवाड़ा में कमलनाथ जी द्वारा आयोजित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी की राम कथा के आयोजन से कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओ दिग्विजय सिंह , सुरेश पचौरी, अरुण यादव, अजय सिंह ,गोविंद सिंह, कांतिलाल भूरिया सहित अन्य तमाम नेताओं ने बनाई दूरी...?…

— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) August 7, 2023

 

 

कमलनाथ ने किया पलटवार

कमलनाथ ने बिना नाम लिए आचार्य प्रमोद कृष्णम पर हमला बोलते हुए कहा कि धीरेंद्र शास्त्री की कथा छिंदवाड़ा का सौभाग्य है. जो सवाल उठा रहे हैं, उनके पेट में दर्द क्यों है? उन्होंने कथा से कांग्रेस नेताओं की दूरी को भी गलत बताया. कहा कि संतों से कोई दूर नहीं है. दिग्विजय सिंह उनसे मिलने गए थे. जब महाराज जी राघोगढ़ गए तो जयवर्धन के साथ उन्होंने खाना खाया. पचौरी जी, प्रियव्रत जी सब उनके साथ थे.

छिंदवाड़ा में कथा पर बोले कमलनाथ

कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में कहा, 'बागेश्वर महाराज यहां आए, मैंने उनका स्वागत किया. उन्होंने तय किया कि उनको छिंदवाड़ा आना है. तो मैंने कहा कि मैं स्वागत करता हूं. छिंदवाड़ा की जनता का सौभाग्य होना चाहिए कि महाराज जी की कथा सुने और हम सबका सौभाग्य है कि महाराज जी छिंदवाड़ा में आए'.  

 

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