मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका अदा कर रहे पूर्व सीएम कमलनाथ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनकी जगह अब गोविंद सिंह नेता प्रतिपक्ष बना दिए गए हैं. पहले भी ऐसी अटकलें लगाई गई थीं कि कमलनाथ अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं, लेकिन अब उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. उनके इस कदम के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है.
वैसे पिछले कुछ दिनों से कई मामलों को लेकर कमलनाथ विवादों में चल रहे थे. ऐसा ही एक विवाद उनकी विधानसभा कार्यवाही को लेकर की गई एक टिप्पणी को लेकर था. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि वे बीजेपी की बकवास सुनने के लिए सदन की कार्यवाही में नहीं जाते हैं. उनके उस बयान पर बीजेपी ने आपत्ति दर्ज करवाई थी और विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई की मांग की थी. अब उस विवाद के बीच कमलनाथ ने अपने पद से इस्तीफा दिया है. उनकी जगह गोविंद सिंह को नया नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है.
गोविंद सिंह की बात करें तो वे सात बार से विधायक हैं और कांग्रेस में कई महत्वपूर्ण पद संभाल चुके हैं. ऐसे में उन्हें नेता प्रतिपक्ष की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. लेकिन उनकी नियुक्ति पर अभी से राजनीति शुरू हो चुकी है. बीजेपी ने इसे कांग्रेस की कोरी राजनीति करार दिया है क्योंकि उनकी नजरों में पार्टी ने नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए किसी एससी, एसटी या ओबीसी वर्ग से नहीं चुना है. ऐसे में इस समाज के लिए ये बड़ा अपमान है.
वैसे गोविंद सिंह को दिग्विजय सिंह का भी करीबी माना जाता है. इसलिए उनकी नियुक्ति राज्य की राजनीति में कमलनाथ के लिए भी कई समीकरण बदल सकती है. अभी के लिए कमलनाथ पीसीसी चीफ रहने वाले हैं, उस पद से उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है.