
मध्य प्रदेश के दंगा प्रभावित खरगोन में पुलिस प्रशासन सख्त रवैया अपनाए हुए है. शहर में लागू कर्फ्यू के दौरान बाहर घूमने वालों को सबक सिखाने के लिए अस्थायी जेल बनाई गई हैं. जेल भी कोई मकान या धर्मशाला नहीं, बल्कि संवेदनशील स्थानों पर खड़ी 10 यात्री बसें हैं.
शहर में रामनवमी के दौरान भड़की हिंसा के बाद 10 अप्रैल से डीएम अनुग्रहा पी ने पूरे शहर में कर्फ्यू घोषित किया. कर्फ्यू के दौरान ढील मिलने के बावजूद कई लोग घरों से निकलने से बाज नहीं आ रहे. ऐसे लोगों को सबक सिखाने के लिए पुलिस प्रशासन ने कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों को जेल में भरने की बजाय और अस्थायी जेल में डालने का निर्णय लिया है. इसके चलते शहर के अति संवेदनशील स्थानों पर अलग-अलग स्थानों पर 10 बसें खड़ी की गई हैं.
इन बसों पर बकायदा ड्राइवर, कंडक्टर के साथ पुलिस जवान भी तैनात हैं और कर्फ्यू के दौरान अब जब भी कोई व्यक्ति घर से बाहर निकलेगा तो उसे 45 डिग्री सेल्सियस की विषम गर्मी में बस के अंदर अस्थायी जेल में रहना होगा. हालांकि, इसके साथ-साथ पुलिस ने सनावद रोड पर स्थित हरियाली मैरिज गार्डन को अस्थायी जेल बनाया है.
एक गार्डन समेत 10 बसों को बनाया अस्थायी जेल
एसपी रोहित काशवानी ने बताया, शहर तेजी से सामान्य हो रहा है. लेकिन आने वाले त्योहारों को देखते हुए कर्फ्यू में अधिक ढील नहीं दी जा सकती. जगह-जगह तगड़ी बैरिकेटिंग की गई है. जवान तैनात किए गए हैं और 177 सीसीटीवी लग गए हैं.
इनके माध्यम से लगातार निगरानी की जा रही है. सेक्टर मोबाइल, बाइक मोबाइल तैनात की गई है. साथ ही कर्फ्यू के दौरान घरों से बाहर निकलने वाले लोगों को सबक सिखाने के लिए अस्थाई जेल बनाई गई हैं.
एसपी ने बताया कि हरियाली मैरिज गार्डन और 10 बसों को अस्थाई जेल बनाया गया है. औरंगपुरा, इस्लामपुरा, तालाब चौक, मोहन टॉकीज, खसखसवाड़ी, संजय नगर, छोटी मोहन टॉकीज, आनंद नगर, भटवाड़ी सहित 10 स्थानों पर बसें खड़ी हैं, जिन्हें अस्थायी जेल बनाया गया है.