एमपी के मुरैना में पुलिस के सामने ही दुष्कर्म के एक आरोपी को कुछ बदमाश अपहरण करके ले साथ ले गए. खास बात यह रही कि दुष्कर्म के आरोपी को बचाने के लिए मौके पर कुछ पुलिसकर्मी बदमाशों के साथ जद्दोजहद करते हुए भी नजर आए, लेकिन बदमाशों के सामने पुलिस की एक भी नहीं चली. पुलिस कंधे पर बंदूक टांगे बदमाशों के सामने बेबस नजर आई और बदमाश दुष्कर्म के आरोपी का अपहरण करके उनकी आंखों के सामने से रफूचक्कर हो गए.
दरअसल, पूरा मामला मुरैना जिले के सबलगढ़ न्यायालय के बाहर का है. जस लावनी गांव के रहने वाले गिर्राज जाटव पर एक साल पहले महिला ने अपहरण और दुष्कर्म की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी. इसी मामले की पेशी पर शुक्रवार को गिर्राज जाटव सबलगढ़ न्यायालय पहुंचा था.
पुलिस के सामने रेपिस्ट का अपहरण
पेशी से निकलने के बाद गिर्राज जैसे ही न्यायालय के बाहर निकला तभी एक दर्जन से अधिक बदमाशों ने गिर्राज को पकड़कर अपहरण करने का प्रयास किया. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने अपहरणकर्ताओं को रोकने की कोशिश की लेकिन पुलिसकर्मी अपहरणकर्ताओं के सामने बेबस नजर आए.
पुलिसकर्मी कंधे पर बंदूक टांगे रहे, लेकिन इसका इस्तेमाल भी नहीं कर सके. अपहरणकर्ताओं के सामने बेबस पुलिस खड़ी रह गई और अपहरणकर्ता गिर्राज जाटव को गाड़ी में डालकर अपहरण करके ले गए. इस बात की जानकारी जब वरिष्ठ अधिकारियों को लगी तो हड़कंप मच गया.
सबलगढ़ के साथ रामपुर और टेंटरा थाना पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की तलाश में जगह-जगह दबिश देना शुरू कर दिया. शुक्रवार की देर शाम हुए इस अपहरण की वारदात के बाद रात 3 बजे पुलिस को सफलता भी मिल गई और गिर्राज जाटव को पुलिस ने बरामद कर लिया.
पुलिस की दबिश के चलते छूटा रेपिस्ट
मुक्त हुए गिर्राज जाटव ने पुलिस को बताया कि वह न्यायालय में पेशी पर आया था और न्यायालय के बाहर से कुछ लोग उसे जबरदस्ती अपहरण करके ले गए. आंखों पर गिर्राज जाटव के पट्टी बांधी गई थी और उसके साथ जमकर मारपीट भी की गई. गिर्राज जाटव ने बताया कि पुलिस की दबिश की वजह से बदमाशों ने उसे छोड़ दिया. पुलिस ने गिर्राज जाटव से पूछताछ शुरू कर दी है.
सबलगढ़ थाना प्रभारी जितेंद्र गुर्जर ने बताया है न्यायालय के बाहर से कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था लेकिन पुलिस के दबाव के चलते अपहरणकर्ताओं ने गिर्राज जाटव को छोड़ दिया. पुलिस गिर्राज से पूछताछ कर रही है.
पीड़ित महिला के परिवार वाले कर ले गए थे अपहरण
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस महिला ने गिर्राज पर एफआईआर दर्ज कराई थी उस पीड़िता के परिजनों ने ही गिर्राज जाटव का न्यायालय के बाहर से अपहरण कर लिया था और उसके साथ जमकर मारपीट की थी, लेकिन पुलिस के दबाव के चलते उन्होंने गिर्राज को छोड़ दिया. हालांकि पुलिस ने अभी पीड़िता के परिजनों द्वारा अपहरण किए जाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.