मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में सात माह तक बाड़े में रखने के बाद बुधवार शाम दो चीते एल्टन और फ्रेडी भाइयों को भी खुले जंगल में छोड़ दिया गया. इससे पहले 11 मार्च को एक नर ओबान और एक मादा आशा चीता को खुले जंगल में छोड़ा गया था. बता दें, पिछले साल सितंबर माह में नामीबिया से लाए गए 8 चीतों के क्वारांटाइन एवं मॉनिटरिंग पीरियड पूरा होने के बाद जंगल में छोड़ दिया गया था.
जानकारी के मुताबिक, दोनों चीतों को प्रबंधन ने विशेष इंतजाम तहत शाम साढ़े 6 बजे खुले जंगल की तरफ छोड़ दिया गया था. इसके बाद दोनों चीते जंगल से करीब 5 किलो मीटर दूर नजर दौड़ लगाते नजर आए थे. कुछ समय पहले ओबान और आशा के कूनो के विभिन्न इलाकों में घूमते हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. ऐसे में अब हर किसी की निगाहें एल्टन और फ्रेडी के मूवमेंट पर लगी हैं.
गाइड लाइन के तहत छोड़े गए हैं चीते- डीएफओ
डीएफओ कूनो प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की गाइड लाइन एवं टास्क फोर्स के दिशा निर्देशन में चीता प्रोजेक्ट को लेकर निर्णय लिए जा रहे हैं. इसके अंतर्गत बुधवार को एल्टन और फ्रेडी को खुले जंगल में रिलिज कर दिया गया. कूनो बीट गार्डस एवं अन्य वनर्किर्मयों की मदद से नजर रखी जा रही है.
कूनो नेशनल पार्क में पिछले साल 17 सितंबर को नामीबिया से आठ चीतों को लाया गया था. इन चीतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिंजरा खोलकर पार्क के विशेष बाड़ों में छोड़ा था. अब तक कुल 8 नामीबियाई चीतों में से चार चीते कूनो पार्क के खुले जंगल में मौजूद हैं.
वहीं, 4 नामीबियाई चीतों को भी चरणबद्ध तरीके से आने वाले दिनों में बाड़े से धीरे-धीरे रिलीज किया जाएगा. इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका से 18 फरवरी को लाए गए 12 नए चीते भी क्वारंटीन का टाइम पूरा कर चुके हैं. इनमें से 7 नर और 5 मादा हैं. अब इन्हें भी छोड़ने पर विचार किया जा रहा है.