देश की धरती पर 70 साल बाद वापस लौटे चीतों के नए घर यानी श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में पर्यटकों को फिलहाल चीतों का दीदार भले ही नहीं हो पा रहा है, लेकिन दूसरे वन्यजीव खास तौर पर तेंदुआ आए दिन देखने को मिल रहा है, जिन्हें देखकर पर्यटक बेहद खुश हो रहे हैं.
शनिवार की शाम कूनो पार्क की पेट्रोलिंग टीम की गाड़ी के सामने भी एक तेंदुआ आ गया. यह तेंदुआ करीब 10 से 15 मिनट तक बेखौफ होकर धीमे-धीमे कदमों से गाड़ी के आगे आगे कच्चे रास्ते पर चलता रहा. नजारा काफी आकर्षक था, जिसे वन विभाग के अधिकारियों ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया. तेंदुआ चीतों के लिए बनाए गए बड़े बाडे़ के पास कच्चे रास्ते पर चलता हुआ नजर आ रहा है. देखें वीडियो:-
कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा ने Aajtak को फोन कॉल पर की गई चर्चा में बताया कि पार्क में तेंदुआ का विचरण करना नई बात नहीं है. यहां बड़ी संख्या में तेंदुए हैं. यहां बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में दूसरे वन्य जीवों के साथ ही करीब 100 तेंदुए मौजूद हैं.
बीते 17 सितंबर को नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को भी यहां बसाया जा रहा है. 8 चीतों में से 2 नर चीतों को विशेष छोटे से बड़े बाड़े में रिलीज भी कर दिया गया है, लेकिन बड़े बाड़े में चीतों की सुरक्षा के मद्देनजर तेंदुओं को बड़े बाड़े से बाहर निकाला गया है. इसी बड़े बाड़े के बाहर शनिवार शाम को एक तेंदुआ मोबाइल फोन में कैद हुआ है.
बता दें कि चीतों के लिए बने बड़े बाड़े में एक खूंखार तेंदुआ पार्क प्रबंधन की मुसीबत बना हुआ था. बीते महीनों में इस बाड़े में घुसे कुल 5 तेंदुओं में से 4 को तो बाड़े से बाहर निकाल लिया गया, लेकिन एक तेंदुआ तमाम तरह के प्रयासों के बाद भी वन अमले और विशेषज्ञों के काबू में बड़ी मुश्किल से आ पाया. हालांकि, पार्क प्रबंधन ने दावा किया कि सतपुड़ा नेशनल पार्क से बुलवाए गए हाथियों की मदद से वन अमले ने तेंदुए को निकाल दिया.
उधर, बड़े बाड़े में रिलीज किए गए दो चीते शिकार करने लगे हैं. इन दोनों चीतों के व्यवहार ने उन 6 चीतों के लिए भी बड़े बाड़े में आने की राह आसान कर दी है जो अभी छोटे बाड़ों में क्वारंटीन हैं. उन्हें छोड़ने के लिए चीता टास्क फोर्स मंथन कर रही है. इन दोनों चीतों की प्रगति रिपोर्ट के आधार पर ही 6 चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ने के संबंध में निर्णय होगा.