मध्यप्रदेश के श्योपुर में स्थित कूनो नेशनल पार्क (Kuno national park) के खुले जंगल में एकमात्र मादा चीता निर्वा को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं. निर्वा का सुरान नहीं मिल पा रहा है. इसको लेकर मादा चीता को ढूंढ़ने के लिए कूनो में 75 लोग जंगल में उतरे हैं. 28 जुलाई के बाद से निर्वा को नहीं देखा जा सका है.
पिछले महीने चीता सूरज और तेजस की मौत के बाद सभी चीतों को खुले जंगल से वापस लेने का निर्णय किया गया था. साउथ अफ्रीका से लाई गई मादा चीता निर्वा की गर्दन में पहनाए गए रेडियो कॉलर में खराबी आ गई. इसके बाद से जीपीएस-सैटेलाइट लोकेशन नहीं मिल पा रही है. मादा चीता निर्वा को ट्रेस करने में दिक्कत हो रही है.
कूनो के अफसरों के मुताबिक, पिछली 28 जुलाई को चीता निर्वा पार्क के टिकटोली जंगल में दिखी थी. इसके बाद 29 जुलाई को ड्रोन कैमरे में कैद हुई, लेकिन उसके बाद से निर्वा नजर नहीं आई. कूनो पार्क के जंगल में चीता निर्वा की खोज में 5 टीमें लगी हैं. एक टीम में 15 लोग हैं. इस तरह कुल 75 वनकर्मी और मैदानी अमला ग्राउंड पर निर्वा को तलाश रहा है. वहीं दो टीमें ड्रोन कैमरों के साथ उसे ट्रेस करने का प्रयास कर रही हैं.
हाथी पर बैठकर चीते की तलाश में जुटी टीम
एक टीम हाथी पर बैठकर मादा चीता निर्वा की तलाश में जुटी है. बावजूद इसके निर्वा का सुराग नहीं लग पा रहा है. पीसीसीएफ, वाइल्ड लाइफ वार्डन (प्रधान मुख्य वन अभिरक्षक) असीम श्रीवास्तव ने आजतक को फोन पर बताया कि मादा चीता निर्वा को ट्रेस करने के लिए हमारी टीमें लगी हुई हैं. 50 से ज्यादा वनकर्मी मैदानी स्तर पर चीता की तलाशी में लगे हुए हैं.
सेना के हेलीकॉप्टर की मदद लेने का किया जा रहा विचार
मादा चीता निर्वा को ग्राउंड लेवल पर ढूंढ़ने में अभी तक सफलता नहीं मिली है. इसके बाद अब हेलीकॉप्टर से सर्च ऑपरेशन चलाने की भी बात कही जा रही है. हालांकि अभी अधिकृत रूप से प्रस्ताव नहीं भेजा गया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, कूनो के अधिकारी हेलीकॉप्टर से सर्चिंग को लेकर विचार कर रहे हैं.