मध्य प्रदेश के श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) के छोटे बाड़े में क्वारंटीन मादा चीता आशा और तब्लिसी को भी बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है. अब ये दोनों मादा चीता भी तीन नर चीतों की तरह बड़े बाड़े में दौड़ लगाएंगे. दोनों को रविवार शाम बड़े बाड़े के अलग-अलग कंपार्ट में छोड़ दिया गया है. इसके साथ ही अब बड़े बाड़े में 5 चीते हो गए हैं, जबकि 3 मादा चीता अभी भी छोटे बाड़ों में ही हैं.
बड़े बाड़े से तेंदुआ को निकाले जाने के बाद रविवार सुबह चीता टास्क फोर्स के सदस्य आइजी फॉरेस्ट अमित मलिक, डब्ल्यूआईआई डीन वाइवी झाला और पीसीसीएफ (वन्य प्राणी) जेएस चौहान कूनो में पहुंचे.
उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से चर्चा की. इसके साथ ही बड़े बाड़े में तैयारियों का जायजा लिया. इसके बाद दो मादा चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ने का निर्णय लिया गया.
इसी हफ्ते बड़े बाड़े में छोड़े जा सकते हैं बाकी चीते
इसके बाद दोपहर 3.30 से 5 बजे के बीच आशा और तब्लिसी नाम के दो मादा चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया. बड़े बाड़े के कंपार्ट नंबर 6 में तब्लिसी को छोड़ा गया, जबकि कंपार्ट नंबर 7 में आशा को छोड़ा गया है. इस दौरान सीसीएफ उत्तम शर्मा और डीएफओ कूनो प्रकाश कुमार वर्मा मौजूद रहे.
कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि रविवार को आशा और तब्लिसी नाम के दो मादा चीते बड़े बाड़े में रिलीज कर दिए गए हैं. अब बड़े बाड़े में 3 नर चीतों के साथ ही 2 मादा चीता भी पहुंच गई हैं. छोटे बाड़े में रह रहे शेष 3 मादा चीतों को जल्द बड़े बाड़े में छोड़े जाने की उम्मीद है.
17 सितंबर को नामीबिया से लाए गए थे 8 चीते
बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में 17 सितंबर को नामीबिया से लाए गए 8 चीतों में से अब तक 3 नर और दो मादा चीतों को पार्क के छोटे बाड़े से 5 वर्ग किलोमीटर के बड़े बाड़े में छोड़ा जा चुका है. 3 मादा चीते अभी छोटे बाड़े में क्वारंटीन हैं, उन्हें भी जल्द बड़े बाड़े में छोड़ा जा सकता है.
सबसे पहले 5 नवंबर को क्वारंटीन अवधि समाप्त होने के बाद दो सगे चीता भाइयों को बड़े बाड़े में रिलीज किया गया था. इसके बाद 18 नवंबर को एक और नर चीता ओबान को रिलीज किया गया. तीनो नर चीतों ने अपने मूवमेंट और व्यवहार के साथ ही स्वाभाविक रूप से शिकार कर यह साबित कर दिया है कि वे यहां अब सर्वाइव कर रहे हैं. लिहाजा अब दो मादा चीतों को भी बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है.
मादा चीता आशा के गर्भवती होने को लेकर कई बार उड़ीं अफवाहें
17 सितंबर को नामीबिया से श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क लाए गए 8 चीतों में से एक मादा चीता, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आशा नाम दिया था, उसको लेकर बीते तीन माह के दौरान कई बार गर्भवती होने और फिर गर्भपात होने की बातें सामने आईं.
विशेषज्ञों और कूनो प्रबंधन के अफसरों ने इन बातों को सिरे से खारिज कर दिया था. आज रविवार को इस मादा चीता को भी बड़े बाड़े में छोड़ा गया है. इसी के साथ एक दिन पहले 3 माह से बड़े बाड़े में घुसा तेंदुआ भी बाहर निकाल दिया गया है.