दुनिया का सबसे तेज दौड़ने वाला वन्यजीव चीता 70 साल बाद भारत की जमीन पर एक बार फिर लौट रहा है. दरअसल, 20 जुलाई को भारत सरकार और नामीबिया के बीच हुए करार के तहत अब अफ्रीका भारत को चीते देगा. ये चीते मध्य प्रदेश के श्योपुर में स्थित कूनो-पालपुर नेशनल पार्क में दिखाई देंगे.
श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में बसने आ रहे चीतों का सोमवार को मेडिकल परीक्षण किया गया. सीएम शिवराज ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया सांझा की है. उन्होंने टीम को बधाई देते हुए कहा, ''यह वन्यजीव संरक्षण के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है. एमपी तैयार है और इन चीतों के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है.''
आजादी के 75 साल पूरे होने पर 15 अगस्त के दिन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारत आने वाले चीतों की एक तस्वीर भी साझा की है, जिसमें चीतों का मेडिकल हो रहा है.
Warm Greetings to team @CCFCheetah and everyone involved in the first-ever intercontinental translocation of Cheetahs. It is a momentous event in the history of wildlife conservation.
Madhya Pradesh is prepared and eagerly waiting for their arrival. https://t.co/Vdvr2YPCHq— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 15, 2022
इंटरनेशनल विशेषज्ञों की टीम ने किया चीतों का परीक्षण
चीतों की तस्वीरें विंडहोक,नामीबिया में भारतीय उच्चायुक्त ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से साझा करते हुए लिखा, ''स्वतंत्रता दिवस पर खास- मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क जाने वाले संभावित उम्मीदवार चीतों का अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की टीम ने पहली बार स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. यह मेडिकल चेकअप प्रसिद्ध विशेषज्ञ डॉ. लॉरी मार्कर के नेतृत्व में हुआ. हम नामीबिया के पर्यावरण और पर्यटन मंत्रालय को धन्यवाद देते हैं.''
बता दें कि श्योपुर जिले के जंगलों में गुजरात के गिरिवन से बब्बर शेरों के पुनर्वास के लिए दो दशक पहले कूनो नेशनल पार्क विकसित किया गया था. लेकिन यहां लंबे इंतजार के बाद भी बब्बर शेर यानी एशियाटिक लायन नहीं लाए जा सके, जिसके बाद अफ्रीकन चीतों की शिफ्टिंग का प्रोजेक्ट बनाया गया.