मध्यप्रदेश निकाय चुनाव में पहले चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार सोमवार शाम पांच बजे थम गया. अब 6 जुलाई यानी बुधवार को 133 नगरीय निकायों के लिए वोटिंग होगी. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन राजनीतिक दलों ने ताकत झोंक दी. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में प्रचार किया तो पूर्व सीएम कमलनाथ ने भोपाल में प्रचार की कमान संभाली.
मध्यप्रदेश में 6 जुलाई को पहले चरण के चुनाव के लिए मतदान होगा. पहले चरण में जिन 11 नगर निगमों के लिए चुनाव होना है, उसमें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, खंडवा, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, उज्जैन, सागर, सिंगरौली और सतना शामिल है. इसके अलावा 36 नगर पालिका के लिए भी पहले चरण में वोटिंग होगी.
347 निकायों के लिए हो रहे हैं चुनाव
मध्यप्रदेश में कुल 347 निकायों के लिए दो चरणों चुनाव में हो रहे हैं. जानकारी के मुताबिक 378 नगरीय निकायों में से 321 का कार्यकाल पूरा हो चुका है. 57 निकायों का कार्यकाल अभी पूरा नहीं नहीं हुआ है.
पहले चरण में 133 निकायों और दूसरे चरण में 214 निकायों के लिए मतदान होगा. 347 नगरीय निकायों में 6507 पार्षदों और 16 नगर निगमों में महापौर के लिए वोटिंग होगी.
13 जुलाई को दो चरण की वोटिंग
शहर सरकार के लिए होने जा रहे चुनाव में ईवीएम के जरिए वोटिंग होगी. वोटिंग का समय सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक होगा. वहीं कटनी, रतलाम, देवास, रीवा, मुरैना में दूसरे चरण का मतदान 13 जुलाई को होगा.
पहले चरण के चुनाव की मतगणना 17 जुलाई तो दूसरे चरण के चुनाव की मतगणना 18 जुलाई को होगी. मध्यप्रदेश में हो रहे नगर निगम चुनाव के लिए इंदौर और भोपाल के हर वार्ड में 5-5 ईवीएम रिजर्व रखी जाएगी. वोटर्स को नोटा का भी विकल्प दिया जाएगा.
वोटिंग के लिए कुल 19 हजार 977 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. नगरीय निकाय चुनाव के लिए 55 हजार ईवीएम की व्यवस्था की गई है, जबकि 30 हजार 761 ईवीएम का ही उपयोग किया जाएगा.