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हरदा विस्फोट वाली जगह थे 'PM आवास' के मकान, लाभार्थी समेत 11 ने गंवाई जान, फैक्ट्री में 3 साल पहले भी हुआ था धमाका

मध्य प्रदेश के हरदा स्थित पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में पीएम आवास योजना की एक लाभार्थी की भी मौत हो गई. घर पटाखा फैक्ट्री के पास ही था. इस फैक्ट्री में पहले भी धमाके हुए हैं और मजदूर मारे गए हैं. ताजा हमले के बाद पुलिस मालिकों की तलाश कर रही है जो फरार चल रहे हैं.

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मौत की चीत्कार, कौन जिम्मेदार?
मौत की चीत्कार, कौन जिम्मेदार?

मध्य प्रदेश स्थित हरदा पटाखा फैक्ट्री को लेकर कुछ नया खुलासा सामने आया है. फैक्ट्री में हुआ ताजा धमाका कोई पहली बार नहीं था. यहां पहले भी हादसे हो चुके हैं और मजदूर मारे गए हैं. हरदा के बैरागढ़ स्थित पटाखे की फैक्ट्री में मंगलवार को एक के बाद एक कई जोरदार धमाके हुए हैं. इस हादसे में मरने वालों की संख्या 11 तक पहुंच गई है और कमोबेश 175 लोग घायल हैं. हादसे में पीएम आवास योजना की एक लाभार्थी की भी मौत हो गई.

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आजतक से बातचीत में एसडीएम नागार्जुन गौड़ा ने बताया कि फैक्ट्री के दो राजेश अग्रवाल और सोमेश अग्रवाल मालिक थे और दोनों ही फरार हैं. उन्होंने बताया कि फैक्ट्री का लाइसेंस पहले ही रद्दा कर दिया गया था लेकिन हाई कोर्ट ने इसपर स्टे लगा दिया था. इसके बाद भी फैक्ट्री में अतिरिक्त स्टॉक रखा जाता था और इसकी वजह से दोबारा लाइसेंस रद्द कर दिया गया.

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फैक्ट्री को किया गया था सील, संचालन के लिए अनफिट

पटाखा फैक्ट्री संचालन के लिए अनफिट थी. नियमों के उल्लंघन को लेकर फैक्ट्री को सील कर दिया गया था लेकिन मामला कोर्ट में चल रहा था और इसलिए मालिकों ने फैक्ट्री में काम चालू रखा. रिहायशी इलाके में स्थित फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में बारूद और पटाखे का स्टॉक था. धमाके का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें देखा जा सकता है कि एक के बाद एक किस तरह धमाके हो रहे हैं.

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कितने मजदूर फैक्ट्री में थे, स्पष्ट नहीं

घटना के समय कितने मजदूर फैक्ट्री में काम कर रहे थे यह अभी स्पष्ट नहीं है. बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में पहले छोटा धमाका हुआ. यहां काम कर रहे कुछ मजदूर धमाके की आवाज सुन वहां से भागने कोशिश की और कुछ मजदूर बच निकले. हालांकि, इतनी ही देर में पूरा फैक्ट्री धमाके की चपेट में आ गया और एक के बाद एक कई ब्लास्ट हुए. हादसे के बाद घटनास्थल से आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि आसपास का पूरा इलाका साफ हो चुका है.

पीएम आवास योजना में बना घर हादसे की भेंट चढ़ा

रिहायशी इलाके में होने के चलते फैक्ट्री के आसपास दर्जनों घर थे, जो इस हादसे की भेंट चढ़ गए. घटनास्थल के पास प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी घर बने थे. उस मकान में लोग भी रह रहे थे और हादसे के वक्त घर में रह रही एक प्रमिला चौहान नाम की महिला की मौत हो गई.

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तीन साल पहले धमाका, तीन मजदूरों की मौत

फैक्ट्री में कहा जा रहा है कि तीन साल पहले भी धमाका हुआ था. इस हादसे में तीन मजदूर मारे गए थे. इसके बाद ही फैक्ट्री पर एक्शन हुआ था. पहले हादसे की वजह से फैक्ट्री के मालिक जेल भी जा चुके हैं. जेल से रिहाई मिलने के बाद भी उन्होंने फैक्ट्री में काम चालू रखा और आज हादसा हो गया. करीब 20 साल से यहां फैक्ट्री चल रही थी और यहां काम करने वाले लोगों ने भी आसपास अपना घर बना लिया था.

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फैक्ट्री के पास गोडाउन में अब भी पटाखों का स्टॉक

फैक्ट्री के पास ही एक और गोडाउन है, जहां अभी भी पटाखे का स्टॉक रखा हुआ है. दोनों आरोपी भाई फिलहाल फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है. विस्फोटक अधिनियम समेत कई धाराओं में आरोपी फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

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मुख्यमंत्री ने कड़ी कार्रवाई का दिया आश्वासन

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने धमाके को लेकर कलेक्टर और कमिश्नर के साथ वर्चुअल मीटिंग की है. 24 घंटे में पूरे मामले पर सीएम ने रिपोर्ट मांगी है. मसलन, आपदा प्रबन्धन की समीक्षा के लिए एक कमेटी बनाई गई है. कमेटी में तमाम बड़े अधिकारियों को शामिल किया गया है. मुख्यमंत्री ने बताया कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सीएम ने बताया कि मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री कल यानी बुधवार को घटनास्थल का दौरा करेंगे.

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