मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के एक गांव में अवैध रूप से कोयले की खुदाई के दौरान मिट्टी धंसने से एक दंपत्ति की मौत हो गई. पुलिस ने सोमवार को ये जानकारी दी है. घटना रविवार शाम करीब 6 बजे बुढ़ार थाने के धनगवां गांव में हुई.
नदी के तट पर कोयले की अवैध खुदाई
बुढ़ार पुलिस थाना प्रभारी संजय जयसवाल ने एजेंसी को बताया कि लोगों का एक समूह सोन नदी के तट पर अवैध रूप से कोयले की खुदाई कर रहा था, तभी अचानक वहां मिट्टी धंस गई. उन्होंने कहा कि पुलिस पहुंची और मलबे के नीचे एक पुरुष और महिला को दबे हुए पाया. दोनों की मौत हो चुकी थी.
3 लोगों ने भागकर बचाई जान
अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान 40 साल के ओंकार यादव और उनकी 38 साल की पत्नी पार्वती के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद तीन अन्य लोग भागने में सफल रहे.
हटाया जा रहा मलबा
पुलिस अधीक्षक (एसपी) रामजी श्रीवास्तव ने कहा कि नदी तट पर अवैध कोयला-खुदाई गतिविधि के कारण बहुत सारी मिट्टी जमा हो गई थी और वह अचानक ही धंस गई, जिसमें दो लोग दब गए. उन्होंने कहा कि यह पता लगाने के लिए कि क्या कोई और हताहत हुआ है, घटनास्थल से मलबा हटाया जा रहा है और आगे की जांच जारी है.
पहले भी अवैध खुदाई में हादसे
बता दें कि खदानों में अक्सर ही ऐसे हादसे देखे जाते हैं. झारखंड के धनबाद के कुछ बंद पड़े कोयले की खदान में चोरी-छिपे अवैध खनन का काम चलता है.बीते सितंबर में ऐसी ही एक बंद खदान में अवैध खनन से भू-धंसान का मामला सामने आया था. निरसा स्थित ईसीएल मुगमा एरिया में अवैध खनन के दौरान भू-धंसान की घटना हुई. इससे काफी बड़े क्षेत्र में जमीन पर दरार पड़ गई है. हालांकि, प्रशासन ने इस धंसान में लोगों के दबे होने की बात से साफ किया.