मध्य प्रदेश के मंदसौर में मुस्लिम लड़के संग लव मैरिज करने से नाराज पिता ने अपनी बेटी को कफन ओढ़ाकर फूल माला पहना दी थी. थाने में हुए इस घटनाक्रम का वीडियो वायरल होने के बाद एसपी ने एक एएसआई और 2 सिपाही लाइन अटैच कर दिए हैं.
मंदसौर जिले के नाहरगढ़ थाने का यह पूरा मामला है. थाना क्षेत्र के कयामपुर गांव में रहने वाली एक हिंदू युवती डेढ़ साल पहले अपने एक मुस्लिम युवक के साथ घर से भाग गई थी. फिर उसने मुस्लिम मित्र से निकाह रचाकर इस्लाम धर्म अपना लिया था. उधर, युवती के पिता ने नाहरगढ़ थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी. पुलिस ने तलाश की तो पता चला कि युवती निकाह के बाद अपने शौहर संग मुंबई में रहने लगी है.
साहिल से निकाह कर चुकी
पुलिस के कहने पर कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के लिए युवती नारगढ़ थाने आई. मुंबई से वह अपने साथ वकील भी लाई थी. वहीं, युवती की शिनाख्त और चर्चा के लिए उसके पिता को भी थाने बुलवाया गया. जहां पुलिस को दिए बयान में युवती ने अपने परिवार से बात करने से मना कर दिया और कहा कि वह साहिल से निकाह कर चुकी है. अब वह उसी के साथ रहना चाहती है. समझाइश देने के बाद भी वह पिता के साथ जाने के लिए राजी नहीं हुई.
इसके बाद पिता ने थाने में ही अपनी जीवित बेटी को सफेद कफन ओढ़ाकर फूल माला पहना दी और कहा कि आज के बाद हमारे लिए मर चुकी है. थाने में चले इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो किसी परिजन ने ही अपने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
मामला जब सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो मंदसौर एसपी अनुराग सूजनिया ने नाहरगढ़ थाने में पदस्थ एएसआई जगदीश ठाकुर समेत सिपाही महेंद्र और भावना नागदा को लाइन हाजिर कर दिया है.
इस पूरे मामले को लेकर SDOP नरेंद्र सोलंकी ने भी बताया कि थाने के भीतर लड़की पर कफन डालने के मामले में लापरवाही बरतने पर 2 आरक्षकों और एक एएसआई को लाइन हाजिर कर दिया गया है. साथ ही इस मामले की जांच जारी है.
बेटी को मृत मानते हुए कफन पहना दिया: पिता
उधर, युवती के पिता ने बताया, ''मेरी बच्ची जो कॉलेज पढ़ने जाती थी. डेढ़ साल पहले कॉलेज जाते हुए बस स्टैंड पर उसका अपहरण हुआ या किसी के साथ भागी? कुछ पता नहीं चला. लड़की डेढ़ साल बाद अपना वकील लेकर थाने आई और उसने अपने शादी के कागज पेश किए. जो मुझे मान्य नहीं हैं. न ही समाज और धर्म को मान्य हैं. मैंने अपनी बेटी को वहीं से मृत मानते हुए, कफन पहनाकर उसको अंतिम विदाई दे दी.''