MP News: एक अवयस्क हाथी के कटनी जिले में भटक कर इंसानों के इलाके में आ जाने के कारण और किसी अप्रिय स्थिति को रोकने के लिए एक अवयस्क हाथी को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया है.
अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-जीव एल. कृष्णमूर्ति ने बताया कि अवयस्क हाथी को रेस्क्यू करने में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, कान्हा टाइगर रिजर्व, संजय टाइगर रिजर्व, रेस्क्यू स्क्वाड और कटनी समेत उमरिया वन मण्डल का अमला शामिल रहा. उन्होंने बताया कि वर्तमान में अवयस्क हाथी पूरी तरह से स्वस्थ है और उसे वन्य-जीव चिकित्सकों की निगरानी में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में रखा गया है.
एपीसीसीएफ ने बताया कि आयवीआरआई ने अपनी रिपोर्ट में बांधवगढ़ के आसपास के क्षेत्रों के लिए जो एडवाइजरी जारी की है, उसमें ग्रामीणों में जागरूकता, मवेशियों को खराब फसल न चराने जैसे बिंदु दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि संबंधित विभागों को इस संबंध में अवगत करा दिया गया है और क्षेत्रीय अमले को कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है.
उधर, बांधवगढ़ टाइगर अभयारण्य में मरने वाले 10 हाथियों के नमूनों की फोरेंसिक लैब रिपोर्ट जल्द ही आएगी. एल कृष्णमूर्ति ने बताया कि नमूने सागर स्थित राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला और जबलपुर तथा नागपुर की प्रयोगशालाओं में भेजे गए हैं. कृष्णमूर्ति हाथियों की मौत की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित समिति के प्रमुख हैं.
बता दें कि उमरिया जिले के बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य में 29 अक्टूबर को चार हाथी मृत पाए गए थे. बाद में जान गंवाने वाले हाथियों की संख्या बढ़कर दस हो गई थी.