एक महिला 17 दिन से गायब थी. परिजन उसकी तलाश कर रहे थे. लेकिन वह महिला एक कंकाल के रूप में बरामद की गई. मामला मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा थाना इलाके का है. पुलिस ने केस दर्ज कर हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
एसपी अलीराजपुर राजेश व्यास ने बताया कि 23 सितंबर 2023 को पनियाला गांव में ब्याही गयी दुलीबहन नामक एक महिला अपने मायके गुजरात से सटे गांव 'घुट' आई हुई थी और गांव के बाहरी इलाके में गायब हो गई थी. मायके और ससुराल वालों ने उसकी हर जगह तलाश की लेकिन वह नहीं मिली.
इसी बीच, मामले में गुमशुदगी कट्ठीवाड़ा थाने पर दर्ज करवाई गई. पुलिस पतारसी में जुटी थी. इसी बीच पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली कि 'घुट' गांव के नासिर पिता सूर्या की पत्नी और बच्चे की मौत विगत दिनों बीमारी के चलते हुई थी और वह उन दोनों की मौत का जिम्मेदार दुलीबहन को मानकर बदला लेने की बात करता था.
पुलिस ने इस सुचना के आधार पर नासिर पिता सूर्या से कड़ी पूछताछ की. तब खुलासा हुआ कि उसने हत्या करने के बाद दुलीबहन के शव को जमीन में गाड़ दिया था. पुलिस ने उसकी निशानदेही से गड्डा खुदवाकर मारी गई दुलीबहन का शव बरामद कर लिया है.
एसपी ने बताया कि पत्नी और बच्चे की मौत के बाद आरोपी नासिर के दिमाग में यह धारणा बन गई थी कि दुलीबहन डायन है, इसलिए उसने बदला लेने के लिए हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया.
डायन करार देकर प्रताड़ना जारी
आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में महिलाओं को डायन करार देकर उन्हें मानसिक ओर शारीरिक प्रताड़ना देने के दर्जनों मामले सामने आते हैं. इनमें हत्या के मामले भी शामिल होते हैं. दरअसल, मध्यप्रदेश में डायन कुप्रथा निवारण कानून ना होने से मामले IPC की धाराओं में ही चलते हैं. इसके चलते डायन कुप्रथा पर प्रभावी नियंत्रण नहीं हो पा रहा है. जिले के पुलिस कप्तान का कहना कि पुलिस समय-समय पर जनजागरण अभियान चलाती है. अब इन प्रयासों को और गति देंगे.