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कोई जिंदा नहीं बचा! उफनती नर्मदा में समाई बस, 13 मुसाफिर थे सवार, सिर्फ शव ही बाहर निकले

महाराष्ट्र परिवहन विभाग की बस मध्य प्रदेश के धार जिले में हादसे का शिकार हो गई. नर्मदा नदी में गिर जाने से बस सवार सभी 13 यात्रियों की मौत हो गई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 4-4 लाख और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2-2 लाख रुपये देने का ऐलान किया है.

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महाराष्ट्र रोडवेज की बस नर्मदा नदी में गिरी.
महाराष्ट्र रोडवेज की बस नर्मदा नदी में गिरी.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • उफनती नर्मदा नदी में गिरी यात्रियों से भरी बस
  • इंदौर से महाराष्ट्र जा रही थी बस
  • 13 यात्रियों के शव निकाले गए

मध्यप्रदेश के धार जिले के खलघाट में सोमवार को एक यात्री बस पुल की रेलिंग तोड़कर नर्मदा नदी में जा गिरी. अधिकारियों की मानें तो इस हादसे में सभी 13 मुसाफिरों की मौत हो गई. हालांकि, फिर भी नदी में तलाशी अभियान जारी है. वहीं, दुर्घटनाग्रस्त बस को निकाल लिया गया है.  

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इंदौर संभाग के आयुक्त (राजस्व) पवन कुमार शर्मा ने बताया कि इंदौर से महाराष्ट्र (अमलनेर) की ओर जा रही यात्री बस खलघाट में नर्मदा पर बने पुल से गुजरते वक्त अनियंत्रित हुई और रेलिंग तोड़कर नदी में जा गिरी. यह पुल धार और खरगोन जिले की सीमा पर नेशनल हाइवे-3 (आगरा-मुंबई रोड) पर स्थित है. 

कमिश्नर शर्मा के मुताबिक, इंदौर के सरवटे बस स्टैंड से रवाना होते समय इस बस में ड्राइवर समेत 13 मुसाफिर सवार थे. संभवत: कोई एक दो सवारी बीच रास्ते में सवार हुई होगी. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. अगर कोई लापता होगा तो उसकी तलाश कर ली जाएगी.  हालांकि, बस में कितने यात्री सवार थे, इसकी आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हो पाई  है. 

चश्मदीदों ने बताया कि नदी में गिरने से पहले बस सबसे पहले एक चट्टान पर गिरी और उसके पुर्जे बिखर गए, फिर पलटते हुए पानी में जा समाई. बताया जा रहा है कि राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन और बचाव दल ने जिन शवों को निकाला, वो सभी बस के अंदर ही फंसे हुए थे. अंदेशा जताया जा रहा है कि बस सवार एक या दो लोग नदी में बह गए होंगे. 

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गृहमंत्री के बयानों ने पैदा किया भ्रम
 
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के हादसे पर दो बयान सामने आए. पहले उन्होंने कहा कि 15 यात्रियों को जिंदा बाहर निकाल लिया है. फिर कुछ देर बाद कहा कि बस में 14-15 लोग ही सवार थे और किसी को भी बचाया नहीं जा सका. दरअसल, घटनास्थल से किसी अधिकारी ने राजधानी भोपाल में मौजूद गृहमंत्री को दी कि 14-15 लोगों को नदी से निकाल लिया गया है, जबकि वो निकाले गए पूरे 13 शव थे. इसी के चलते भ्रम की स्थिति पैदा हुई थी.

गृहमंत्री  ने कहा, खलघाट हादसे में प्रत्यक्षदर्शियों से मिली प्रारंभिक जानकारी के आधार पर कुछ भ्रम की स्थिति बन गई थी, लेकिन अब स्थानीय स्तर पर अधिकारियों ‌से मिली जानकारी के मुताबिक बस में सवार 13 लोग की हादसे में मृत्यु हुई है. घटनास्थल पर अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.

'...लोगों को बचा नहीं पाए': CM शिवराज

CM शिवराज सिंह चौहान ने कहा, आज सवेरे महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम की एक बस नर्मदा नदी के खलघाट पुल पर अनियंत्रित होकर नीचे गिर गई. हादसे की सूचना मिलते ही तत्काल प्रशासन सक्रिय हुआ. आधे घंटे के अंदर कलेक्टर, एसपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव के लिए घटना स्थल पर पहुंच गई थी. नदी से बस निकाल ली गई है, लेकिन कहते हुए मन पीड़ा से भरा हुआ है कि बस में सवार लोगों को बचा नहीं पाए. अब तक 13 शव निकाले जा चुके हैं. अभी राहत और बचाव कार्य जारी है. 

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MP सरकार की तरफ से 4-4 लाख

मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि मेरी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बात हुई है, जो शव मिल गए हैं उन्हें ससम्मान उनके गंतव्य स्थान तक भेजा जाएगा. दुर्घटना की जांच निर्देश दे दिए हैं. बस दुर्घटना में मृतकों के परिवारजनों को मध्यप्रदेश शासन द्वारा 4-4 लाख रुपए की राहत राशि प्रदान की जाएगी. 

महाराष्ट्र सरकार देगी 10-10 लाख

उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी बस हादसे को लेकर गहरा दुख व्यक्त किया है. CM ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है.  

PM मोदी ने किया 2-2 देने का ऐलान

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी  बस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को PMNRF की ओर से 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की है. 

 

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