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MP: 'सबूत है तो साथ चल रिपोर्ट लिखवाएं', राष्ट्रपति चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप पर BJP का पलटवार

मध्य प्रदेश में राष्ट्रपति चुनावी को लेकर सियासी तापमान बढ़ गया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया था. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस आरोप को लेकर कांग्रेस और कमलनाथ पर पलटवार किया है.

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नया राष्ट्रपति चुनने के लिए होना है मतदान (फाइल फोटो)
नया राष्ट्रपति चुनने के लिए होना है मतदान (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कमलनाथ और उमंग सिंघार ने लगाए आरोप
  • गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने किया पलटवार

देश का अगला राष्ट्रपति चुनने के लिए 18 जुलाई को मतदान होना है. राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान की तिथि जैसे-जैसे करीब आती जा रही है, वैसे-वैसे सियासत भी गर्म होती जा रही है. आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज होता जा रहा है. राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर ऑपरेशन लोटस चलाने का आरोप लगाया था. मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप जड़ दिया था.

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राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप पर मध्य प्रदेश सरकार के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है. उन्होंने आरोप को सिरे से खारिज कर दिया. नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए झूठ और फरेब की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कमलनाथ के पास कोई सबूत है तो वे हमारे साथ चलें, हम साथ जाकर रिपोर्ट लिखवाकर आएंगे.

कमलनाथ ने लगाए थे आरोप

कांग्रेस नेताओं ने मध्य प्रदेश में राष्ट्रपति चुनाव के लिए हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया था. पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा था कि कांग्रेस विधायकों को एक-एक करोड़ रुपये तक के ऑफर दिए जा रहे हैं. उन्होंने बीजेपी पर कांग्रेस विधायकों को खरीदने की कोशिश का आरोप लगाया था. कमलनाथ ने ये भी दावा किया था कि हमारे एक विधायक को एक करोड़ का ऑफर मिला है.

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उन्होंने ये भी आरोप लगाया था कि सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, बीजेपी अन्य विधायकों को भी खरीदने की कोशिश कर रही है. कमलनाथ के बाद कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने भी एनडीए कैंडिडेट के पक्ष में मतदान के लिए विधायकों को 50 लाख से लेकर एक करोड़ रुपये तक ऑफर किए जाने का दावा किया था.

क्या है मध्य प्रदेश का गणित

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा में बीजेपी के 127 विधायक हैं. बीजेपी को दो निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है. वही 28 लोकसभा सांसद और 8 राज्यसभा सांसद बीजेपी के पास है. कांग्रेस के पास 95 विधायकों के साथ ही दो निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है. इसके अलावा लोकसभा और राज्यसभा मिलाकर कांग्रेस के पास सूबे से सिर्फ चार सांसद है. संख्या बल के लिहाज से देखा जाए तो बीजेपी मजबूत स्थिति में है. इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस के आदिवासी विधायक आदिवासी समुदाय से आने वाली एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान कर सकते हैं.

 

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