मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हनीट्रैप मामले में बड़ा बयान देते हुए कहा कि इस मामले से जुड़ी पेन ड्राइव और सीडी उनके पास नहीं है. इससे पहले 21 मई 2021 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा था कि हनीट्रैप मामले की सीडी और पेन ड्राइव उनके पास है.
कमलनाथ मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में रखे गए अनुसूचित जाति के कार्यक्रम में शामिल हुए थे. कार्यक्रम के बाद जब पत्रकारों ने उनसे हनीट्रैप मामले की सीडी से जुड़े सवाल पूछे. कमलनाथ ने कहा कि उनके पास सीडी और पेन ड्राइव नहीं है. कमलनाथ ने कहा कि 'उस समय कुछ पुलिस अधिकारी उनके पास लैपटॉप लेकर आए थे जिसमें उन्होंने करीब 1:30 मिनट की क्लिप दिखाई लेकिन मैंने वह वीडियो करीब 30 सेकेंड तक देखा और उसके बाद उन्हें कहा कि मैं यह सब नहीं देखना चाहता आप तो पता करो यह सही है या नहीं. मैं तो ऐसी सीडी रखना भी नहीं चाहता था. इसलिए मैंने उन्हें कहा कि आप अच्छे से इसकी जांच करो'.
कमलनाथ ने दिया था बड़ा बयान
जब पत्रकारों ने कमलनाथ से पूछा कि नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह बोल रहे हैं कि सीडी उनके पास मौजूद है. कमलनाथ ने कहा कि गोविंद सिंह को यह सीडी बीजेपी वालों ने ही दी होगी. इससे पहले कमलनाथ ने कहा था, "जो सीडी गोविंद सिंह के पास है वो सीडी मैंने भी देखी है. मैंने कहा था कि इसमें और इन्वेस्टिगेशन की जरूरत है. मेरी राजनीति इस प्रकार की नहीं है. मैं किसी के पीछे नहीं पड़ना चाहता था. मैं नहीं चाहता था कि मप्र बदनाम हो, इसलिए कहा था कि अच्छी तरह जांच करिए. इसमें सब भारतीय जनता पार्टी के लोग थे."
2019 में गरमाई थी एमपी की सियासत
बता दें कि साल 2019 में मध्य प्रदेश की सियासत कथित रूप से हनीट्रैप मामले की वजह से गरमा गई थी. इंदौर पुलिस ने इस मामले में कुछ महिलाओं को गिरफ्तार किया था जिनके ऊपर आरोप थे कि वह हनीट्रैप करके बड़े अफसरों और नेताओं से पैसे ऐंठती थीं.