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CBI अफसर, नर्सिंग कॉलेजों के चेयरमैन तक गिरफ्तार, MP नर्सिंग कॉलेज घोटाले में रिश्वतखोरी का बड़ा रैकेट ध्वस्त

MP Nursing college corruption: सीबीआई ने इंदौर स्थित आरडी मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग एंड फार्मेसी के अध्यक्ष रवि भदौरिया, ग्वालियर स्थित भास्कर कॉलेज ऑफ नर्सिंग के निदेशक जुगल किशोर शर्मा, भोपाल स्थित भाभा यूनिवसिर्टी की प्रिंसिपल जालपना अधिकारी और इंदौर के प्रत्यांश कॉलेज ऑफ नर्सिंग और पैरामेडिकल के ओम गोस्वामी को भी गिरफ्तार किया है. 

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CBI टीम ने गिरफ्तार किए आरोपी.
CBI टीम ने गिरफ्तार किए आरोपी.

मध्य प्रदेश में एक बड़े रिश्वतखोरी रैकेट को ध्वस्त करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई ने भ्रष्टाचार के आरोप में अपनी एजेंसी के ही एक इंस्पेक्टर और राज्य के दो नर्सिंग कॉलेजों के चेयरमैन सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया है. सीबीआई की कार्रवाई तब शुरू हुई जब एजेंसी की इंटरनल विजिलेंस को इनपुट मिला कि उसके अधिकारी निरीक्षण के दौरान भ्रष्टाचार में शामिल हैं. 

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मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के आदेश पर राज्यव्यापी जांच करने के लिए CBI ने टीमों का गठन किया था ताकि यह पता लगाया जा सके कि कॉलेज बुनियादी फैसिलिटीज और फैकल्टी के संबंध में नर्सिंग कॉलेजों के लिए तय मानदंडों और मानकों का पालन कर रहे हैं या नहीं. 

एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज को मलय कॉलेज ऑफ नर्सिंग के अध्यक्ष अनिल भास्करन और उनकी पत्नी सुमा अनिल से 10 लाख रुपये की अवैध रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया. दंपत्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके अलावा मध्य प्रदेश पुलिस के जवान सुशील कुमार मजोका को भी सीबीआई ने हिरासत में ले लिया है. मजोका वर्तमान में सीबीआई के साथ अटैच हैं.  

सीबीआई ने इंदौर स्थित आरडी मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग एंड फार्मेसी के अध्यक्ष रवि भदौरिया, ग्वालियर स्थित भास्कर कॉलेज ऑफ नर्सिंग के निदेशक जुगल किशोर शर्मा, भोपाल स्थित भाभा विश्वविद्यालय की प्रिंसिपल जालपना अधिकारी और इंदौर के प्रत्यांश कॉलेज ऑफ नर्सिंग और पैरामेडिकल के ओम गोस्वामी को भी गिरफ्तार किया है. 

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केंद्रीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि जांच करने के लिए हाईकोर्ट  के आदेशों का पालन करते हुए सीबीआई ने 7 कोर टीमों और 3-4 सहायता टीमें बनाई थीं, जिसमें एजेंसी के अधिकारी, राज्य में नर्सिंग कॉलेजों की ओर से नामित अधिकारी और पटवारी शामिल थे. इन्हीं में से एक टीम के अधिकारी राहुल राज सहित सहायक टीम के एक अधिकारी भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त पाए गए.

सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा, यह देखा गया कि एजेंसी के अधिकारी रिश्वत के बदले में पक्षतापूर्ण रिपोर्ट दे रहे थे. इसको लेकर सीबीआई की आंतरिक सतर्कता तुरंत हरकत में आई और राहुल राज, तीन अन्य सीबीआई अधिकारियों और दलालों सहित 23 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया.

गिरफ्तारी के बाद भोपाल, इंदौर, रतलाम और जयपुर में 31 स्थानों पर तलाशी ली गई, जहां 2.33 करोड़ रुपये से अधिक नकदी, चार सोने की छड़ें, 36 डिजिटल उपकरण और 150 से अधिक आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए. 

इस कार्रवाई में अब तक CBI के राहुल राज समेत 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें सीबीआई से जुड़े मध्य प्रदेश पुलिस के एक इंस्पेक्टर सुशील कुमार मजोका, दलाल ओम गोस्वामी, रवि भदोरिया और जुगल किशोर और तीन महिलाएं शामिल हैं. अन्य गिरफ्तार आरोपियों में सचिन जैन, राधा रमण शर्मा, पूर्व सीईओ पटेल मोटर्स, इंदौर, मोहम्मद तनवीर खान, प्रीति तिलकवार और वेद शर्मा शामिल हैं. 

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सीबीआई ने कहा कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को 29 मई तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया गया है. एजेंसी ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई भी शुरू कर दी है. 

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