मध्य प्रदेश के खरगोन में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के टिकट पर अरुणा उपाध्याय ने वार्ड नंबर दो से निकाय चुनाव में जीत दर्ज की. वो पहली हिंदू महिला हैं, जिसने कांग्रेस और बीजेपी के प्रत्याशियों को हराया. ऐसे में नगरीय निकाय चुनाव में एआईएमआईएम के जीते हुए पार्षदों की संख्या बढ़कर सात हो गई है. ये तीनों सीटें खरगोन नगरपालिका की हैं. एआईएमआईएम से टिकट मिलने के दौरान अरुणा उपाध्याय को हिन्दू महिला होने के नाते सोशल मीडिया पर लोगों का काफी गुस्सा झेलना पड़ा था.
अरुण उपाध्याय ने वार्ड 2 से बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशियों को मात देकर 31 मतों से जीत हासिल की. अरुणा मूलतः खरगोन जिले की सिनगुन की रहने वाली हैं. वो अपने किसान पति श्यामलाल उपाध्याय के साथ रहती हैं. अरुणा के पिता शिक्षक है और उन्होंने 12वीं तक शिक्षा के साथ मेकअप का कोर्स किया है. वार्ड में रहने वाले लोगों का विकास उनकी पहली प्राथमिकता है. अरुणा का मानना है कि ये इंसानियत की जीत है. उन्होंने मतदाताओं के आभार के साथ सभी से भाईचारे के साथ रहने की अपील की.
बता दें, वार्ड में 70 फीसदी मुस्लिम मतदाता होने के बावजूद अरुणा ने बीजेपी, कांग्रेस के उम्मीदवारों को मात दी. वार्ड क्रमांक 27 से मुस्लिम महिला शबनम अदीब पठान ने 775. वार्ड 15 से शकील खान 615 मतों से जीत दर्ज की. खरगोन के इतिहास में पहली बार असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से तीन उम्मीदवारों की जीत मिली है.
मध्य प्रदेश निकाय चुनाव में एआईएमआईएम ने पहली बार मैदान में कदम रखा है और पार्टी ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. खरगोन के अलावा जबलपुर, बुरहानपुर और खंडवा में भी एआईएमआईएम के पार्षद प्रत्याशी जीते हैं.