मध्य प्रदेश के पन्ना जिला अस्पताल से हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक युवक की उस वक्त मौत हो गई जब उसे जिला अस्पताल से रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर किया जा रहा था. मृतक के घरवालों ने आरोप लगाया है कि रेफर करते समय मरीज को जो ऑक्सीजन सिलेंडर दिया गया था, उसकी ऑक्सीजन रास्ते में ही खत्म हो गई. इससे उसकी मौत हो गई. मामला संज्ञान में आने के बाद मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने पन्ना कलेक्टर से जवाब तलब किया है.
युवक ने जहरीला पदार्थ खा लिया था
जानकारी के मुताबिक, 2 मार्च को पन्ना निवासी युवक शुभम ने जहरीला पदार्थ खा लिया था. इसके बाद उसे गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था. हालत में सुधार नहीं होने से उसे रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया.
दिए गए सिलेंडर में कम थी ऑक्सीजन
परिजनों का आरोप है कि इस दौरान जो ऑक्सीजन सिलेंडर दिया गया, उसमें बहुत कम ऑक्सीजन थी, जो पन्ना से कुछ किलोमीटर दूर पहुंचने पर ही खत्म हो गई और शुभम की रास्ते में ही मौत हो गई. इस मामले में कलेक्टर ने भी परिजनों का कार्रवाई का भरोसा दिलाया था.
मानवाधिकार आयोग ने जारी किया बयान
सोमवार को मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने बयान जारी करते हुए बताया कि पन्ना जिले में स्वास्थ्य अमले की लापरवाही से एक युवक की मौत हो गई. युवक पन्ना जिले का था, जो जिला अस्पताल में भर्ती था. उसकी तबीयत बिगड़ने पर जिला अस्पताल पन्ना के स्टाफ ने उसे खाली ऑक्सीजन सिलेंडर के सहारे रीवा रेफर कर दिया.
जांच कराकर तीन हफ्ते में दें जवाब
मानवाधिकार आयोग ने आगे कहा कि सांस नहीं मिलने पर युवक की रास्ते में ही मौत हो गई. मानव अधिकार आयोग ने इस मामले में संज्ञान लेकर पन्ना जिले के कलेक्टर से प्रकरण की जांच कराकर तीन हफ्ते में जवाब मांगा है.