मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों का संसार बढ़ाने वाली बाघिन टी-1 की मौत हो गई है. इस बाघिन की उम्र करीब 17 साल थी. इसे साल 2009 में इसे यहां यहां लाया गया था. बाघिन की मौत से पूरे टाइगर रिजर्व में सन्नाटा पसर गया. बताया जा रहा है कि बाघिन की मौत स्वाभाविक मौत है.
डॉक्टर संजीव गुप्ता ने बताया कि इस बाघिन को बांधवगढ़ से 4 मार्च 2009 को लाया गया था. जानकारी के मुताबिक बाघिन 5 बार गर्भवती हुई और उसने कुल 13 शावकों को जन्म दिया है. जुलाई 2016 में एक साथ 3 बच्चों को जन्म दिया था.
बाघिन टी-1 पर एमराल्ड जंगल, रिटर्न ऑफ द टाइगर्स नाम की दो अंतरराष्ट्रीय फिल्म भी बन चुकी है. इस फिल्म को अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल-2022 के लिए भी चुना गया था. इसके अलावा बाघिन टी-1 पर करीब 80 मिनट की फिल्म मुंबई के डायरेक्टर सोमेखी लेखी के निर्देशन में बनाई गई थी. इसे पूरे एक साल तक अलग-अलग लोकेशन में शूट किया गया था.
पन्ना टाइगर रिजर्व की बाघिन टी-1 पर बनी फिल्म में यह बताने की कोशिश की गई. कैसे इस बाघिन ने बाघों के संसार को बढ़ाया और उसे कैसे-कैसे संघर्षों से झूझना पड़ा. बाघिन की दोनों मादा संताने पी-151 व पी-141 और उनके शावकों पर फिल्माया गया है.